चक्रधरपुर. चक्रधरपुर प्रखंड के गोपीनाथपुर पंचायत में दो स्वयंसेवकों का अनुमोदन करना है. इसे लेकर 20 फरवरी को फर्जी ग्रामसभा कर उसमें मनोज महतो को स्वयंसेवक अनुमोदन करते हुए जिला को पंचायत सचिव राजकुमार सिन्हा ने रिपोर्ट भेजी है. वहीं 24 फरवरी को पंचायत में ग्रामसभा हुई. इसमें पंचायत सचिव राजकुमार सिन्हा भी मौजूद थे. इसमें शिवशंकर महतो को स्वयंसेवक के लिए प्रस्ताव आया, जबकि ग्रामसभा में दो स्वयंसेवकों का अनुमोदन करना था, पर पंचायत सचिव ने सिर्फ शिवशंकर महतो का प्रस्ताव लाया. उन्हें मालूम था कि मनोज महतो का प्रस्ताव लाने से विरोध होगा. इस कारण उन्होंने फर्जी ग्रामसभा करते हुए पहले ही मनोज महतो का अनुमोदन कर जिला को रिपोर्ट भेज दी थी. इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली कि 20 फरवरी को फर्जी ग्रामसभा करते हुए मनोज महतो को स्वयंसेवक के लिए अनुमोदन किया गया है. ऐसा करने में पंचायत सचिव का पूरा सहयोग है. फर्जी ग्रामसभा की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया. गुरुवार को गोपीनाथपुर पंचायत के ग्रामीण प्रखंड कार्यालय पहुंचे. बिरसा कल्याण समिति में पंचायत सचिव राजकुमार सिन्हा को बुलाया. वहीं झामुमो नेता रामलाल मुंडा भी उपस्थित रहे. फर्जी ग्रामसभा करने पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. पंचायत सचिव पर कई आरोप लगाये. वहीं पंचायत सचिव राजकुमार सिन्हा ने भी अपनी गलती को माना. फर्जी ग्रामसभा को रद्द करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को हुई ग्रामसभा फर्जी थी. उसे रद्द करने के लिए जिला को पत्र लिखेंगे. साथ ही स्वयंसेवक मनोज महतो के अनुमोदन को रद्द करायेंगे. मनोज महतो का विरोध होने की जानकारी दी जायेगी. मौके पर झामुमो नेता दिनेश जेना, सुभाष प्रधान, नंदू कुमार, कृपा सिंधु नापित, राजकुमार बेहरा, शांतनु महतो, अजय नापित, भीमसेन महतो, जीतू महतो, निरंजन महतो, बुद्धदेव माझी, राजकुमार महतो, विजय महतो, संजय मिश्रा, प्रदीप नापित, राजेश नापित, रामलाल महतो, कुनाल नापित, सनातन महतो, अनिल महतो, मान किशोर, गौतम महतो, सीताराम माझी आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है