Odisha News: राउरकेला (ओडिशा)-नक्सलियों ने 27 मई को सुंदरगढ़ जिले के केबलांग थाना क्षेत्र से पांच हजार किलो विस्फोटक लूट लिए थे. इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता जॉर्ज मुंडा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रविवार को जिला पुलिस मुख्यालय में ओडिशा की पश्चिमी रेंज के डीआइजी ब्रजेश राय और एसपी नीतेश वाधवानी ने मीडिया से यह जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि जॉर्ज मुंडा उर्फ कुल्लू नक्सलियों को महत्वपूर्ण जानकारियां देता था.
नक्सलियों को सूचना देनेवाला जॉर्ज अरेस्ट
27 मई को केबलांग थाना अंचल के बांको से नक्सलियों ने 200 पैकेट विस्फोटक लूट लिया था. इस मामले की जांच के लिए राउरकेला एसपी की अगुआई में एसआइटी का गठन किया गया था. जांच में पता चला कि बांकों के जॉर्ज मुंडा उर्फ कल्लू ने नक्सलियों को इसकी जानकारी दी थी. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. जॉर्ज सक्रिय नक्सली है या केवल नक्सलियों का इन्फॉर्मर, इस बारे में पुलिस ने अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया है कि अभी अन्य एजेंसियां भी आकर जांच करेंगी.
वैन में लदे 5000 किलो विस्फोटकों की हुई थी लूट
विस्फोटकों से लदी वैन जब नक्सलियों ने 27 मई को लूटी, तो पूरा सूबा हिल गया था. आनन-फानन में राज्य के पुलिस महानिदेशक योगेश बहादुर खुरानिया राउरकेला पहुंच गये थे. उन्होंने शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर विस्फोटकों की बरामदगी की प्राथमिकता तय की थी. इस बारे में झारखंड पुलिस को भी अवगत कराया गया. जिसके बाद झारखंड पुलिस, कोबरा बटालियान, झारखंड जगुआर और ओडिशा पुलिस की एसओजी ने संयुक्त अभियान छेड़कर विस्फोटकों की तलाश शुरू की थी. पुलिस और सुरक्षाबलों ने अब तक 3800 किलो से ज्यादा विस्फोटक बरामद कर लिये हैं और बाकी की तलाश में लगातार तलाशी अभियान चल रहा है. सारंडा के बीहड़ों में नक्सलियों के संभावित ठिकानों की भी घेराबंदी की जा रही है.
एनआइए ने भी की थी मामले की जांच
मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसकी जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम भी राउरकेला पहुंच गयी थी. गोदाम से लेकर जिस खदान तक विस्फोटक लेकर जाया गया था, वहां तक के चप्पे-चप्पे को खंगालने के साथ ही सभी संबंधित लोगों की स्कैनिंग की गयी थी.
व्यावसायिक लाभ के लिए भाई के जरिये नक्सली अनमोल तक पहुंचा था जॉर्ज
पूरे मामले की तफ्तीश में जो बातें सामने आयी हैं वह बेहद चौंकानेवाली हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार, जॉर्ज का घर बांको में जिस पत्थर खदान के पास स्थित है, वहां पर पहले मैनुअली खनन कार्य होता था. जिसमें उसके व्यावसायिक हित जुड़े थे, लेकिन जब ठेकेदारों को खनन कार्य में शामिल किया गया, तो जॉर्ज को कुछ व्यावसायिक नुकसान हुआ. इस बारे में उसने अपने भाई को बताया और वह झारखंड में भाकपा (माओवादी) के अनमोल तक पहुंच गया. उसने अनमोल को सारी जानकारी दी और विस्फोटकों के बारे में सटीक सूचना दे दी. इसके बाद इतनी बड़ी वारदात को नक्सलियों ने अंजाम दिया. अपने व्यावसायिक हितों को साधने के लिए वह नक्सलियों से संपर्क में था.
विस्फोटक लूट से भी बड़ी किसी वारदात को दिया जा सकता था अंजाम
तफ्तीश करते हुए पुलिस जॉर्ज तक पहुंची, तो जो बातें सामने आयी हैं वह बेहद खतरनाक हैं. जॉर्ज की सूचनाएं केवल विस्फोटकों की जानकारी साझा करने तक ही यह सीमित नहीं थी. उसकी पुलिस के मूवमेंट पर भी नजर थी. उसके पास ऐसी कई अहम जानकारियां थीं, जिसका फायदा उठाकर नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे, जो विस्फोटकों की लूट से भी कुछ बड़ी हो सकती थी.
परत दर परत जांच कर रही पुलिस-राउरकेला एसपी
राउरकेला एसपी नीतेश वाधवानी ने कहा कि वारदात के बाद हम परत दर परत जांच कर रहे थे. जिसमें सबसे अहम बात थी कि नक्सलियों को इन विस्फोटकों की जानकारी कैसे मिली? इस दिशा में जांच और पूछताछ करते हुए जो तथ्य हमें मिले, उसके आधार पर जॉर्ज को गिरफ्तार किया गया है.
जांच के आधार पर जॉर्ज तक पहुंची पुलिस-पश्चिमांचल डीआईजी
पश्चिमांचल डीआईजी ब्रजेश राय ने कहा कि विस्फोटकों की लूट की घटना को उन्होंने चुनौती के रूप में लिया था. पूरी टीम लगातार मामले पर नजर बनाये हुए थी. सारंडा में भी लगातार जांच अभियान चल रहा था. जांच के आधार पर पुलिस जॉर्ज तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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