Rourkela News: विश्व स्तनपान दिवस पर सेक्टर-16 स्थित श्रद्धा संगठन में शनिवार को पशुपतिनाथ चटर्जी की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित हुआ. इसमें मुख्य अतिथि डॉ परमानंद रथ शामिल हुए. डॉ रथ आइजीएच के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर और शिशु विशेषज्ञ हैं. डॉ रथ ने अपने संबोधन में कहा कि मां का दूध शक्ति बढ़ाने वाला, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाला और मां के लिए स्वास्थ्यवर्धक. शिशु को कम से कम दो साल तक मां का दूध पिलाना चाहिए.
शिशु के जन्म के तुरंत बाद मां का दूध पिलाना चाहिए : डॉ अमित
विशिष्ट अतिथि डॉ अमित कुमार दास, जो बिसरा ब्लॉक के मेडिकल अधिकारी और स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, उन्होंने कहा कि शिशु के जन्म के तुरंत बाद उसे मां का दूध पिलाना चाहिए, जिसे ‘कॉलोस्ट्रम’ कहा जाता है. यह शिशु के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. यह गर्भावस्था के दौरान मां के स्तनों में बनता है और बच्चे के जन्म के बाद शुरुआती दिनों में मां के द्वारा स्तनपान के दौरान पिलाया जाता है. इसे ‘प्रथम स्तन्य’ भी कहा जाता है. यह नवजात शिशु के लिए एक संपूर्ण आहार होता है और उसमें कई पोषक तत्व और सुरक्षात्मक तत्व मौजूद होते हैंनवजात शिशु की देखभाल और मां की भूमिका पर प्रकाश डाला
जन शिक्षण संस्थान की पूर्व कार्यक्रम अधिकारी और समाजसेविका राजश्री पंडा ने नवजात शिशु की देखभाल और मां की भूमिका पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन सुनीता पंडा, प्रीति बारिक, अंजलि महाराणा, सुजाता राउत, अर्चना मिंज, संतोषी, इति श्री, गगन और धीरेंद्र ओझा ने किया. कार्यक्रम में ह्यूमैनिटी फाउंडेशन की अध्यक्ष दीप्ति विश्वाल, माणिक फाउंडेशन की कामिनी महान्त और मिरर फाउंडेशन के विश्वजीत राउत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस अवसर पर 80 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिनमें शिशुओं के अभिभावक और विभिन्न सामाजिक संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है