Jharsuguda News: झारसुगुड़ा में पवित्र सावन माह की अंतिम सोमवारी को शिवालयों में सैकड़ों की संख्या में शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी. अंचल के आराध्य देव झाड़ेश्वर पीठ में हजारों की संख्या में शिव भक्तों ने कांवर चढ़ायी और जलाभिषेक किया. झाड़ेश्वर मंदिर में सुबह चार बजे भगवान महादेव की आरती के बाद कांवरियों ने झाड़ेश्वर बाबा का जलाभिषेक किया और अपने परिवार के सुख-शांति की कामना की.
सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों ने लगाया सेवा शिविर
मंदिर परिसर के बाहर कांवरियों और शिव भक्तों के लिए विभिन्न सामाजिक और स्वयंसेवी संगठनों ने स्टॉल लगाए, जहां प्रसाद का वितरण किया गया. पहाड़ेश्वर मंदिर में भी आखिरी सोमवार को शिव भक्तों की भारी भीड़ सुबह चार बजे से ही लगी थी. पहाड़ेश्वर विकास परिषद ने भक्तों के दर्शन के लिए सुचारु व्यवस्था की थी, जिससे सभी भक्त आराम से बाबा की पूजा-अर्चना कर सकें. शहर के सपनेश्वर मंदिर, गुप्तेश्वर मंदिर, हनुमान मंदिर परिसर स्थित शिव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में भी दिन भर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी. भक्तों ने अपने आराध्य की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना की.
बोल बम कांवरिया सेवा समिति ने लगाया शिविर
सावन के आखिरी सोमवार को बोल बम कांवरिया सेवा समिति झारसुगुड़ा ने स्थानीय बख्शी चौक पर पंडाल लगाकर कांवरियों की सेवा की. कांवरियों को जलपान कराया व चाय पिलायी. जरूरत के मुताबिक दवा उपलब्ध करायी. सेवा कार्य में समिति के पुरुषोत्तम भुवानिया, प्रकाश गोयल, दिनेश प्रजापति आदि सक्रिय रहे. समिति वर्ष 1987 से सेवा कार्य में लगी हुई है.
राउरकेला : पशुपतिनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक व हवन हुआ, गूंजे वैदिक मंत्र
सावन माह के अंतिम सोमवार को राउरकेला के सेक्टर-6 स्थित प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में श्रद्धा और भक्ति के साथ रुद्राभिषेक एवं हवन का आयोजन किया गया. इस मौके पर मंदिर परिसर में भक्तिमय वातावरण रहा. श्रद्धालुओं का तांता सुबह से ही लगा रहा. पूजा-अर्चना की शुरुआत पंडित कृष्णा प्रसाद शास्त्री और श्याम प्रसाद भंडारी के नेतृत्व में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुई. भक्तों ने गंगाजल, दूध, दही, शहद और पंचामृत से भगवान शिव का रुद्राभिषेक कर विशेष प्रार्थना की. इसके बाद हवन का आयोजन हुआ, जिसमें आहुति देते समय वेद-मंत्रों की गूंज से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया. पूरे कार्यक्रम के दौरान मंदिर प्रांगण ‘ऊं नमः शिवाय’ और ‘हर-हर महादेव’ के जयघोष से गुंजायमान रहा. श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर पूजा में भाग लिया और भगवान शिव से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की. राउरकेला नेपाली सेवा समिति द्वारा श्रद्धालुओं के लिए भंडारा की व्यवस्था मंदिर के प्रांगण में की गयी. राउरकेला नेपाली सेवा समिति के ओम श्रेष्ठ ने बताया कि सावन का यह अंतिम सोमवार विशेष फलदायी माना जाता है और हर वर्ष यहां भव्य रुद्राभिषेक होता है. मंदिर परिसर में पूरे दिन भक्ति भाव का माहौल बना रहा. रुद्राभिषेक में मुख्य यजमान के रूप में आरके श्रीनिवास, आरएस लक्ष्मी, उमा थापा, राकेश दास, राधा दास शामिल हुए. अनुष्ठान के सफल आयोजन में राउरकेला नेपाली सेवा समिति के सदस्यों का योगदान रहा.
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