Lucknow News: लखनऊ अवैध धर्मांतरण का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर अब जेल में है, लेकिन उसकी धमकियाँ नहीं थमीं. उसके बहकावे में आकर इस्लाम क़ुबूल कर चुकी कई महिलाएँ पिछले हफ्ते विश्व हिंदू रक्षा परिषद (विहिरप) की मदद से सनातन धर्म में वापस लौटीं. घरवापसी के बाद से इन्हें फोन और सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं. पीड़िताओं ने सोमवार, 14 जुलाई को गोमती नगर स्थित विहिरप कार्यालय में पत्रकारों के सामने अपना दर्द बयां किया.
‘छांगुर का आतंकी नेटवर्क कर रहा दहशतगर्दी’
विहिरप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने दावा किया कि धमकियाँ किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि छांगुर के ‘‘जिहादी और आतंकी नेटवर्क’’ की तरफ से आ रही हैं. राय ने मीडिया के सामने लव जिहाद का शिकार हुई महिलाओं को भी पेश किया. उनका आरोप है कि परिषद द्वारा गिरोह के काले कारनामों का भंडाफोड़ करने के बाद से छांगुर के साथी बौखलाए हुए हैं और घरवापसी कर चुकी महिलाओं को टारगेट कर रहे हैं.
ATS की गिरफ़्तारी के बाद और भड़की हिंसा की साज़िश
विश्व हिंदू रक्षा परिषद की शिकायत के आधार पर उत्तर प्रदेश ATS ने जबरन धर्मांतरण और आतंकी फंडिंग के आरोपों में छांगुर को गिरफ़्तार किया था. तभी से उसका नेटवर्क सक्रिय होकर राय और घरवापसी करा चुकी महिलाओं पर हमला करने की साज़िश रच रहा है. गोपाल राय ने बताया कि उन पर पहले भी दो बार जानलेवा हमले हो चुके हैं—एक बार वाराणसी में मुख्तार अंसारी के गुर्गों ने, दूसरी बार जम्मू-कश्मीर में इस्लामी आतंकियों ने. इसके बावजूद उनकी पूर्व-प्राप्त सुरक्षा हटाई जा चुकी है.
पुलिस पर पक्षपात का गंभीर आरोप
राय के मुताबिक, धमकियाँ मिलने के बाद उन्होंने गोमती नगर थाने में तहरीर दी, पर पुलिस ने FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया. उन्होंने सवाल उठाया, ‘‘जब एक राष्ट्रवादी संगठन के प्रमुख की शिकायत नहीं ली जा रही, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा?’’ राय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल समय माँगा है ताकि सुरक्षा बहाल की जा सके.
प्रशासन पर सीधी ज़िम्मेदारी का संदेश
विहिरप अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें या उनके सहयोगियों को कोई नुक़सान पहुँचा, तो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की होगी, ‘‘जो हिंदू-विरोधी मानसिकता के कारण सुरक्षा से हाथ खींच रहे हैं.’’