UP Voter List: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अभी लंबा समय है, लेकिन भारत का निर्वाचन आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान अभी से ही शुरू कर दिया है. इसके लिए चुनाव आयोग निर्वाचन अधिकारियों को भौतिक रूप से प्रशिक्षण दे रहा है. इस प्रशिक्षण में मेरठ से लेकर वाराणसी समेत कई जिले के अधिकारी शामिल हुए.
मतदाता लिस्ट में न हो कोई गड़बड़ी
मतदाता सूची में गड़बड़ियों को ठीक करने के लिए आवास विकास परिषद के मुख्यालय में बुधवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि मतदाता लिस्ट में कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. साथ ही किसी भी तरह की कोई गलतियां नहीं होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने प्रशिक्षण देते समय अधिकारियों को बदलावों के बारे में जानकारी भी दी.
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चुनाव को बिना गड़बड़ियों के संपन्न कराना मकसद
भारत का निर्वाचन आयोग मतदाता सूची को त्रुटि रहित बनाने के लिए एक अभियान शुरू कर रहा है, जिसके तहत लिस्ट में कई तरह के बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. इसका मुख्य मकसद चुनाव को बिना गड़बड़ियों को संपन्न कराना है. ऐसे में आइए कुछ प्रमुख बदलावों के बारे में जानते हैं.
ये प्रमुख बदलाव होंगे
- मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा कि अब 1200 वोटरों पर एक बूथ होगा. इससे पहले 1500 मतदाताओं पर एक बूथ होता था, जिसकी वजह से मतदाताओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता था. उन्हें वोट डालने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगना पड़ता था. इस फैसले से प्रदेश में कुल 21 हजार से ज्यादा नए पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे.
- प्रशिक्षण में अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मतदाता सूची में धुंधली और पुरानी फोटो को बदला जाए. सभी मतदाताओं के फोटो साफ रहने चाहिए, जिससे मतदान के समय किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो सके.
- प्रशिक्षण कार्यक्रम में अधिकारियों को ईआरओ नेट (ERO Net), बीएलओ ऐप (BLO App) और वोटर हेल्पलाइन ऐप (Voter Helpline App) की स्पष्ट जानकारी दी गई. ऐसे में फॉर्म भरते समय अब मतदाता का फोन नंबर भी लगेगा, जिससे मतदाता के पास सूचनाएं आसानी से पहुंच पाए.
- परिवार का हर सदस्य अब एक ही बूथ पर वोट दे सकेगा. अक्सर ऐसा देखने को मिलता रहता है कि परिवार के किसी सदस्य का वोट एक बूथ पर है, तो दूसरे सदस्य का वोट किसी अन्य बूथ पर. हालांकि, अब इस समस्या से मतदाताओं को निजात मिल जाएगी, जिससे वोट देने में आसानी रहेगी.
- इन बदलावों की जिम्मेदारी जिला निर्वाचन अधिकारी पर है. उन्हें मतदाता सूची को जीरो एरर बनाने की तरफ काम करना है. इसके लिए समय-समय पर राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठकर करना होगा.
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चुनाव आयोग ने जनता से की अपील
चुनाव आयोग ने जनता से अपील की है कि वे फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ने), फॉर्म-7 (नाम हटाने) और फॉर्म-8 (जानकारी में सुधार) में सही-सही जानकारी दर्ज कराएं, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव को ज्यादा पारदर्शी बनाया जा सके.