22.8 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

राम से वन बंधुओं को अलग नहीं किया जा सकता : रघुवर दास

रघुवर दास ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे़ यह भूमि पूजन स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय होगा

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे़ यह भूमि पूजन स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय होगा़ यह तो सभी जानते हैं कि वेदों और मर्यादा का पालन करते हुए भगवान राम ने एक सुखी राज्य की स्थापना की थी़ उन्होंने भावनाओं और सुखों से समझौता कर न्याय और सत्य का साम्राज्य स्थापित किया था़ श्री दास ने कहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम ने संकीर्णताओं को तोड़ते हुए मानव समाज की पुनर्रचना की जो नींव रखी थी.

उन्होंने भावनाओं और सुखों से समझौता कर न्याय और सत्य का साम्राज्य स्थापित किया था़ श्री दास ने कहा है कि मर्यादा पुरुषोत्तम ने संकीर्णताओं को तोड़ते हुए मानव समाज की पुनर्रचना की जो नींव रखी थी, प्रधानमंत्रीपूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे़ यह भूमि पूजन स्वतंत्र भारत के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय होगा़ यह तो सभी जानते हैं कि वेदों और मर्यादा का पालन करते हुए भगवान राम ने एक सुखी राज्य की स्थापना की थी़.

प्रधानमंत्री उस भगवान की जन्मभूमि मंदिर का नींव रख कर संपूर्ण मानव समाज का कल्याण करने जा रहे है़ं यहां भूमि पूजन के लिए देश भर के पवित्र स्थानों से मिट्टी और जल मंगाया गया है़

श्री दास ने कहा कि विडंबना यह है कि कुछ लोग पवित्र स्थानों की मिट्टी को धार्मिक भट्टी में दहकाने की कोशिश कर रहे है़ं समाज को तोड़ने का काम कर रहे है़ं कितने ही लोगों के पेट में इसलिए दर्द हो रहा है कि शबरी राम के साथ जुड़ी है़ वन-बंधु शबरी के साथ जुड़े होने से उन्हें चिंता हो रही है कि वन बंधु राम के साथ जुड़ जायेंगे़ लाख प्रयत्न करें तो भी देश के वन बंधुओं को राम से अलग नहीं किया जा सकता है़ राम उनके प्राण है़ं जिस दिन वन-बंधुओं के प्राण उनके शरीर से अलग हो जायेंगे, उसी दिन वे राम से अलग हो सकते है़ं.

भारत का संविधान समाज के विषय में कहता है कि लोभ-लालच या भय से धर्मांतरण नहीं होना चाहिए. मैंने अपने शासन काल में इसे लागू किया तो कुछ लोग हाय-तौबा मचाने लगे़ हमारे देश के गरीब आदिवासी पूर्वजों ने इस धरती पर आजादी के लिए खून बहाया था़ आजादी दिलाने की लड़ाई का ठेका (गांधी परिवार) लेनेवाले हमारे पूर्व शासकों को क्या इन आदिवासी वनवासियों का बलिदान मंजूर नहीं था़ आजादी के 50-60 वर्षों तक इस सत्य को छुपाने-दबाने की नीति हमारे इन पूर्व शासकों ने लागू की थी़ श्री दास ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश और दुनिया में शहीद स्मारकों के कीर्तिमान को जीवित रखने की प्रतीज्ञा ली है़ इसी क्रम में भगवान बिरसा मुंडा जेल को शहीद स्मारक का रूप दिया जा रहा है़

posted by : sameer oraon

Sameer Oraon
Sameer Oraon
A digital media journalist having 3 year experience in desk

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel