22.9 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

पश्चिम बंगाल : रेलवे की अनूठी पहल, बराकर और अजय नदी में लगाये गये वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम

पश्चिम बंगाल : आसनसोल रेल मंडल के सीनियर डीइएन कोऑर्डिनेटर राजीव रंजन ने बताया कि आसनसोल रेल मंडल अंतर्गत दो हाई लेवल की रेल पुल पहले ब्रिज बराकर नदी का ब्रिज जिनका नंबर 18 रखा गया है इस ब्रिज पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है.

आसनसोल, राम कुमार : पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल (Asansol Division) की तरफ से सुरक्षित एवं संरक्षित रेल परिचालन के लिए आधुनिक तकनीकी का सहारा लिया जा रहा है. बरसात के मौसम में महत्वपूर्ण रेल पुलों पर नदियों के जलस्तर की निगरानी के लिए रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं. इस सिस्टम से जलस्तर की जानकारी ऑटोमेटेड एसएमएस के माध्यम से संबंधित अधिकारी को प्राप्त होती है.

सेफ्टी को लेकर आसनसोल रेल मंडल सतर्क

आसनसोल रेल मंडल के सीनियर डीइएन कोऑर्डिनेटर राजीव रंजन ने बताया कि आसनसोल रेल मंडल अंतर्गत दो हाई लेवल की रेल पुल पहले ब्रिज बराकर नदी का ब्रिज जिनका नंबर 18 रखा गया है इस ब्रिज पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है. दूसरी ओर सूरी शातिया लाइन के साइड जो अजय नदी रिवर साइड है उस नदी में भी वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया. उस ब्रिज का नंबर 42 है. उन्होंने कहा कि रेल बोर्ड के निर्देश के अनुसार बरसात के समय में इन सभी ब्रिजों की सेफ्टी को लेकर गहन जांच की जाती है.

Also Read : Mamata Banerjee : ममता बनर्जी ने कहा, भाजपा और मीडिया का एक वर्ग बंगाल को कर रहा है बदनाम

जल स्तर बढ़ने से सभी अधिकारी को मिलेगा मैसेज

श्री रंजन ने यह भी बताया कि बराकर नदी में अभी पानी का स्तर 28.25 मीटर से नीचे है. दूसरी ओर सूरी शातिया अजय रिवर का पानी का स्तर 9.93 मीटर से नीचे है. पानी का स्तर जब इन पुलों पर इससे ऊपर हो जाता है तो उसे खतरे की स्थिति मानी जाती है. इससे ब्रिज की मजबूती पर असर पड़ता है.उस लाइन पर यदि 130 किलोमीटर प्रति घंटे की ट्रेन की जो स्पीड होती है उसे कम कर दिया जाता है.

Also Read : Mahua Moitra Krishnanagar Election Result 2024 : निष्कासित महुआ मोइत्रा फिर पहुंचीं संसद, कई हजार वोटों से दर्ज की जीत

अपनाये जाते हैं अन्य उपाय

पानी का स्तर बढ़ने पर ट्रेनों की गति को कम करने के अलावा वहां आठ घंटे के लिए एक स्टाफ को तैनात कर दिया जाता है. पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाये गये हैं. आधुनिक वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम के लग जाने से नदियों पर बने रेल पुलों पर वाटर लेवल की सूचना मिलनी आसान हो गयी है. इस सिस्टम में सोलर पैनल से जुड़ा एक सेंसर है, जिसमें एक चिप भी लगी है. यह सेंसर ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ा है. प्रतिदिन नियमित अंतराल पर नदियों के जलस्तर की जानकारी संबंधित अधिकारियों/कर्मचारियों के मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से मिल जाती है.

Also Read : Mamata Banerjee : ममता बनर्जी ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात कहा, बंगाल में तृणमूल अकेले काफी, कांग्रेस माकपा के साथ नहीं जा सकती

Shinki Singh
Shinki Singh
10 साल से ज्यादा के पत्रकारिता अनुभव के साथ मैंने अपने करियर की शुरुआत Sanmarg से की जहां 7 साल तक फील्ड रिपोर्टिंग, डेस्क की जिम्मेदारियां संभालने के साथ-साथ महिलाओं से जुड़े मुद्दों और राजनीति पर लगातार लिखा. इस दौरान मुझे एंकरिंग और वीडियो एडिटिंग का भी अच्छा अनुभव मिला. बाद में प्रभात खबर से जुड़ने के बाद मेरा फोकस हार्ड न्यूज पर ज्यादा रहा. वहीं लाइफस्टाइल जर्नलिज्म में भी काम करने का मौका मिला और यह मेरे लिये काफी दिलचस्प है. मैं हर खबर के साथ कुछ नया सीखने और खुद को लगातार बेहतर बनाने में यकीन रखती हूं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel