संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता की रथयात्रा में इस बार युद्धक विमान ‘सुखोई’ का नाम जुड़ने जा रहा है. इस साल भगवान जगन्नाथ, बलराम व सुभद्रा के रथ में चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान ‘सुखोई’ का चक्का लगाया गया है. शनिवार की रात को इस पहिए का परीक्षण भी किया गया. 27 जून को होनेवाली रथयात्रा में सुखोई लड़ाकू विमान का चक्का लोगों को देखने को मिलेगा. कोलकाता में पुरी की तर्ज पर तीन रथ पर सवार होकर भगवान जगन्नाथ, बलराम व सुभद्रा मौसी के घर जाते हैं. यह रथयात्रा कोलकाता इस्कॉन की ओर से निकाली जाती है. 54 साल पहले तीनों रथों में बोइंग-474 का चक्का लगाया गया था. पांच दशक गुजर जाने के बाद यह चक्का काफी पुराना हो गया है. इसलिए नया चक्का लगाने की जरूरत पड़ी. जब रथ तैयार किया गया था, उस समय डनलप इंडिया लिमिटेड ने इसके लिए चक्का बनाया था. 2009 में डनलप से इस्कॉन ने नये चक्के के लिए संपर्क किया था. लेकिन डनलप कंपनी की ओर से बता दिया गया कि अब बोइंग का चक्का उनके पास नहीं है. इसके बाद इस्कॉन ने टायर बनानेवाली कंपनी एमआरएफ से संपर्क किया. इस्कॉन ने सुखोई युद्धक विमान का चक्का लगाने में रुचि दिखायी.
दिसंबर 2024 में इस्कॉन से चिट्ठी मिलने के बाद कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी चालू वर्ष में ही रथ को देखने कोलकाता आये. इसके बाद ही लड़ाकू विमान का चक्का लगाने पर सहमति बनी. शनिवार को यह प्रक्रिया खत्म हुई. इस्कॉन के पदाधिकारी राधारमण दास ने बताया कि लंबे समय से रथ का चक्का बदलने की कोशिश चल रही थी. अब जाकर उनका प्रयास सफल हुआ है. इस वर्ष पहली बार सुखोई लड़ाकू विमान का चक्का लगे रथ पर भगवान सवारी करेंगे. उन्होंने एमआरएफ के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर की.
कोलकाता में हर साल इस्कॉन मंदिर से निकलती है रथयात्रा
गौरतलब है कि कोलकाता में अल्बर्ट रोड स्थित इस्कॉन मंदिर से रथयात्रा शुरू होती है. इसके बाद रथ हंगरफोर्ड स्ट्रीट से होते हुए एजेसी बोस रोड, शरत बोस रोड, हाजरा रोड, एसपीएम रोड, चौरंगी रोड, एक्साइड क्रॉसिंग, जेएल नेहरू रोड होते हुए आउट्राम रोड के बाद ब्रिगेड परेड ग्राउंड जाकर समाप्त होती है. इस रथयात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं.
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