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हिमाचली छोरे का कमाल! अमेरिका में खड़ी की करोड़ों की कंपनी, फोर्ब्स ने भी माना लोहा

Jay Chaudhry Net Worth: फोर्ब्स ने 2025 के लिए अमेरिका के सबसे अमीर अप्रवासियों की सूची जारी की है, जिसमें भारतीय मूल के जय चौधरी शीर्ष पर हैं. हिमाचल के एक छोटे गांव से अमेरिका पहुंचे जय ने जस्केलर नामक साइबर सिक्योरिटी कंपनी की स्थापना कर अरबों की संपत्ति बनाई. इस सूची में 12 भारतीयों को शामिल किया गया है, जिससे भारत ने इजरायल को पीछे छोड़ दिया है.

Jay Chaudhry Net Worth: फोर्ब्स की ओर से 2025 के लिए अमेरिका के सबसे अमीर अप्रवासियों की सूची जारी कर दी गई है. इन अमीरों में भारतवंशियों का दबदबा कायम है. इस सूची में 12 अप्रवासी भारतवंशियों को जगह दी गई है, जिसमें जय चौधरी का नाम सबसे ऊपर है. फोर्ब्स की लिस्ट में सबसे अमीर अप्रवासी भारतीयों की सूची में सबसे टॉप पर रहने वाले जय चौधरी का नाता हिमाचल प्रदेश से जुड़ा हुआ है. हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव के जय चौधरी ने अमेरिका में करोड़ों की कंपनी खड़ी की, जिसका लोहा अब फोर्ब्स भी मान लिया है. आइए, जानते हैं कि जय चौधरी के पास कितनी संपत्ति है, जिसकी बदौलत अमेरिका में सबसे अधिक दौलतमंद भारतवंशी बने हैं.

छोटे गांव से अरबों की कंपनी तक का सफर

जय चौधरी का जन्म हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के पनोह गांव में हुआ था. यह गांव इतना पिछड़ा था कि यहां बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मौजूद नहीं थीं. बावजूद इसके जय चौधरी ने पढ़ाई नहीं छोड़ी. वे रोजाना कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते थे. कठिनाइयों के बावजूद उनका जज्बा बरकरार रहा.

बीएचयू से की आईआईटी की पढ़ाई

स्कूली पढ़ाई के बाद जय चौधरी को आईआईटी-बीएचयू में दाखिला मिला, जहां से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की. इसके बाद 1980 में 22 साल की उम्र में वह अमेरिका पढ़ाई के लिए रवाना हुए. उन्होंने सिनसिनाटी विश्वविद्यालय से कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग और मार्केटिंग में तीन मास्टर डिग्रियां हासिल कीं. इसके अलावा, उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एग्जीक्यूटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम भी किया, जिससे उनकी लीडरशिप क्षमताएं और वैश्विक सोच मजबूत हुई.

सेक्योर आईटी से शुरू किया स्टार्टअप का सफर

पढ़ाई पूरी करने के बाद जय चौधरी अमेरिका में ही काम करने लगे, लेकिन उनका सपना खुद की कंपनी बनाना था. 1996 में उन्होंने और उनकी पत्नी ज्योति चौधरी ने नौकरी छोड़ दी और अपनी सेविंग्स लगाकर साइबर सिक्योरिटी फर्म सेक्योर आईटी की शुरुआत की. यह स्टार्टअप इतना सफल रहा कि जल्द ही इसका अधिग्रहण एक बड़ी टेक कंपनी ने कर लिया.

जस्केलर: साइबर सिक्योरिटी की ग्लोबल लीडर

अपने पहले अनुभव से उत्साहित होकर 2008 में जय चौधरी ने जस्केलर की स्थापना की. यह कंपनी आज 25 अरब डॉलर से अधिक की वैल्यू वाली साइबर सिक्योरिटी लीडर बन चुकी है. 2018 में जस्केलर पब्लिक कंपनी बनी और आज भी जय चौधरी और उनके परिवार की इसमें 40% हिस्सेदारी है. जस्केलर से पहले भी जय चौधरी ने सेक्योरिटी आईटी, साइफर ट्रस्ट, केयर हार्बर और एयर डिफेंस जैसी कंपनियां बनाई थीं, जिन्हें बाद में बड़ी कंपनियों ने अधिग्रहीत कर लिया.

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जय चौधरी के पास कितनी है संपत्ति

फोर्ब्स 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, जय चौधरी की कुल संपत्ति 17.9 अरब डॉलर (लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये) है. इसके साथ ही, वे अमेरिका में रहने वाले सबसे अमीर अप्रवासी बन गए हैं. उनका यह सफर प्रेरणादायक है, जो बताता है कि सीमित संसाधनों से भी अपार सफलता हासिल की जा सकती है, अगर शिक्षा, मेहनत और दूरदर्शिता साथ हो.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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