Success Story : गुमला जिले के पालकोट प्रखंड निवासी मनीष कुमार उर्फ मनीष हिंदुस्तान की सफलता की कहानी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणादायक है. मनीष कुमार ने बताया कि वह वर्ष 2003 में गोस्सनर कॉलेज, रांची से स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे. तब वह स्नातक पार्ट-02 में थे. पढ़ाई के समय से ही कुछ अलग करने की इच्छा थी. उस वक्त पालकोट में दूध नहीं मिलता था. कुछ किसान गाय पालते थे, लेकिन दूध की खपत घर में ही हो जाती थी.
मनीष ने ऐसे बढ़ाया अपना बिजनेस
1-2 किसान ही दूध बेचते थे. उन्हीं में से एक किसान उनके घर में दूध देता था. मनीष ने गौ-पालन और दूध बेचने का विचार बनाया. घर पर दूध देने वाले किसान से राय-मशविरा कर 18 हजार रुपये में बेहतर नस्ल की एक गाय खरीदी. इसके बाद मनीष ने पढ़ाई छोड़ दी और दूध बेचने का काम शुरू किया. उस समय दूध की कीमत 8 रुपये प्रति लीटर थी. शुरुआती दिनों में साइकिल से पालकोट दूध सप्लाई करते थे. कुछ दिन बाद दूध लेकर बस से गुमला आने लगे. उन्हें यहां बड़ा मार्केट मिला. इसके बाद एक-एक कर गाय की संख्या भी बढ़ायी. और अब उनके पास 150 गायें हैं.
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मनीष के दोनों होटल हैं काफी फेमस
दूध बेचकर पैसे जमा करने के बाद मनीष ने गुमला में एक झोपड़ीनुमा होटल खोला. व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ा, तो पालकोट रोड टावर चौक के समीप 2012 में होटल खोला. इसमें दूध से बनी मिठाई व अन्य सामग्री बेचनी शुरू की. गुमला का होटल चलने व मिठाई की मांग बढ़ने के बाद सिमडेगा में एक और होटल खोला. आज दोनों होटल क्षेत्र में काफी जाने-माने होटल बन चुके हैं.
मनीष ने कई युवकों को दिया रोजगार
दूध के व्यवसाय में बढ़िया मुनाफा देखते हुए मनीष ने अपने दो छोटे भाइयों को भी लगा दिया है. इतना ही नहीं, गाय पालने से लेकर दूध उत्पादन तक में कई स्थानीय युवकों को रोजगार मिला हुआ है. यहां तक की दोनों होटलों में भी एक दर्जनों युवक नौकरी कर रहे हैं.
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