23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Ujjwal Nikam : उज्ज्वल देवराज निकम कसाब से ऐसे हैं जुड़े, अब राज्यसभा के लिए मनोनीत

Ujjwal Nikam Rajya Sabha : उज्ज्वल देवराव निकम, पूरा नाम. पिता का नाम देवरावजी निकम, मां का नाम विमलादेवी, गांव जलगांव. उम्र 72 साल. राज्यसभा के सदस्य के रूप में मनोनीत हुए हैं. उज्ज्वल निकम ने मुंबई हमले के दोषी कसाब को मौत की सजा तक पहुंचाने के लिए बेहतरीन दलीलें दी और सफल रहे. उन्होंने शक्ति मिल्स रेप केस में पीड़िता की आवाज को बुलंद किया और दोषी को सजा दिलाई. गुलशन कुमार मर्डर केस और प्रमोद महाजन की हत्या मामले में दोषी को सजा दिलाने में वरिष्ठ अधिवक्ता उज्जवल निकम की खास भूमिका रही है.

Ujjwal Nikam Rajya Sabha : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा में चार व्यक्तियों को सांसद के रूप में मनोनीत किया है. इनके नाम है पूर्व राजनयिक हर्ष श्रृंगला, वरिष्ठ अधिवक्ता उज्ज्वल निकम, इतिहासकार मीनाक्षी जैन और केरल के शिक्षक सी सदानंद मास्टर. इस संबंध में शनिवार 12 जुलाई को अधिसूचना जारी की गई है. ये चारों नाम अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज हैं और अब राज्यसभा में अपना योगदान देंगे. इन चारों नाम में एक नाम पर सबकी नजर टिकी है और वह है उज्ज्वल निकम.

कसाब को फांसी की सजा तक पहुंचाने वाले हैं उज्ज्वल निकम

उज्ज्ल निकम अपने पेशे में श्रेष्ठ हैं. उन्होंने एक वकील के रूप में अपने करियर में एक से एक हाई प्रोफाइल केस लड़े और दोषी को सजा दिलवाई है. ऐसे तो उनके सभी केस खास हैं, लेकिन कुछ केस ऐसे हैं, जिन्हें भूल पाना संभव नहीं है. 26/11 मुंबई आतंकी हमले के एकमात्र जीवित दोषी कसाब को उन्होंने फांसी तक पहुंचाया. इस केस में वे मुख्य सरकारी वकील थे. प्रमोद महाजन की हत्या मामले में उनके छोटे भाई प्रवीण महाजन को आजीवन कारावास की सजा भी उज्ज्वल निकम ने ही दिलवाई, क्योंकि वही केस की पैरवी कर रहे थे. हालांकि उज्ज्वल निकम ने प्रवीण महाजन के लिए फांसी की सजा मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने आ जीवन कारावास की सजा सुनाई. 2013 के शक्ति मिल्स रेप केस, 20
16 के कोपर्डी रेप केस में भी उज्ज्वल निकम ने दोषियों के खिलाफ केस लड़ा और उन्हें सजा दिलाई. गुलशन कुमार का केस भी उन्होंने ही लड़ा था.

उज्ज्वल निकम का बायोडाटा देखिए

उज्ज्वल निकम का जन्म 30 मार्च 1953 को महाराष्ट्र के जलगांव में हुआ है. इनके पिता देवरावजी निकम अधिकवक्ता और जज थे. मां एक गृहिणी थी. उज्ज्वल निकम की प्रारंभिक शिक्षा जलगांव से ही हुई है. उन्होंने विज्ञान से स्नातक की डिग्री ली है, उसके बाद उन्होंने जलगांव के ही केसीई सोसाइटी के एसएस मनियार लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की. उज्ज्वल निकम ने अपने करियर की शुरुआत जिला अभियोजक के रूप में जलगांव से की है. उन्होंने अपने करियर में 628 लोगों को आजीवन कारावास और 37 को फांसी की सजा दिलवाई है. उन्हें 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. देश के वरिष्ठ वकीलों में उनकी गणना की जाती है. 2024 में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर मुंबई मुंबई नॉर्थ सेंट्रल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे.

Also Read : पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ तिकड़ी बनाने में जुटा है चीन, भारत को मल्टी फ्रंट पर खेल कर देना होगा मुंहतोड़ जवाब

सिर्फ बिहारी महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण का लाभ, जानिए कैसे तय होगा बिहार का डोमिसाइल

बिहारियों को क्यों काटता है आईएएस बनने का कीड़ा? इतिहास से जानिए वजह

कानूनन क्या होगी बच्चे की जाति अगर माता-पिता अलग जाति के हैं और परिस्थितियां कुछ इस तरह की हैं…

संविधान निर्माण के वक्त धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद जैसे शब्द नहीं थे संविधान का हिस्सा, इमरजेंसी के वक्त इन्हें जोड़ा गया

विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें

Rajneesh Anand
Rajneesh Anand
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक. प्रिंट एवं डिजिटल मीडिया में 20 वर्षों से अधिक का अनुभव. राजनीति,सामाजिक, खेल और महिला संबंधी विषयों पर गहन लेखन किया है. तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विश्लेषणात्मक लेखन में रुचि. IM4Change, झारखंड सरकार तथा सेव द चिल्ड्रन के फेलो के रूप में कार्य किया है. पत्रकारिता के प्रति जुनून है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel