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कौन हैं आर अनंतन, Mahindra Thar से इनका क्या है नाता?

महिंद्रा थार की सफलता के पीछे कई नामी-गिरामी हस्तियों का हाथ है, लेकिन इसका पहला हक दिया जाना चाहिए, उसमें पहला नाम रामकृपा अनंतन का है. रामकृपा अनंतन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की एक जानी-मानी हस्ती हैं. उन्होंने महिंद्रा को एसयूवी सेगमेंट में क्रांति लाने में मदद की.

Kripa Ananthan: दुनिया में हर सफल व्यक्ति के पीछे किसी खास पुरुष या महिला का हाथ होता है, उसी तरह किसी सफल उत्पाद के पीछे उसे ईजाद करने वाले का हाथ होता है. भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में ऑफ-रोडर एसयूवी की सूची में महिंद्रा थार टॉप पर है. घरेलू वाहन निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा अब इस एसयूवी का इलेक्ट्रिक वर्जन बाजार में उतारने का विचार कर रही है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि इस ऑफ-रोडर एसयूवी के डिजाइन को ईजाद किसने किया है? हम आप क्या, कोई नहीं सोचता. उत्पाद अच्छा लगा तो खरीद कर उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. लेकिन, हर किसी को यह सोचना चाहिए कि जिस बढ़िया उत्पाद या कार का हम आप इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे ईजाद किसने किया. उसे बनाने के पीछे किसकी मेहनत है और उसने उसके कॉन्सेप्ट को तैयार कब किया था. चलिए, अब अगर आपने अभी तक नहीं सोचा और नहीं जाना है कि महिंद्रा थार को मूर्तरूप देने के पीछे किसका हाथ है, तो कोई बात नहीं. हम आपको बता देते हैं. महिंद्रा थार को डिजाइन देने वाली हस्ती का नाम रामकृपा अनंतन है. इन्हें जानने वाले लोग प्यार से कृपा अनंतन या सिर्फ कृपा भी कहते हैं. आइए, कृपा अनंतन और महिंद्रा थार के बारे में जानने की कोशिश करते हैं.

महिंद्रा थार के बारे में जानें

महिंद्रा थार भारत में सबसे अधिक पसंद की जाने वाली स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) में से एक है. सेकेंड जेनरेशन लॉन्च होने के बाद लाइफस्टाइल बनी महिंद्रा थार एसयूवी ने कई नई ऊंचाइयों को छुआ. फिलहाल, महिंद्रा थार की डिमांड काफी ऊंचाई पर पहुंच गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस एसयूवी को खरीदने वाले लोगों को डिलीवरी के लिए लंबे अरसे तक इंतजार भी करना पड़ता है. हालांकि, शुरुआती दौर में महिंद्रा थार एसयूवी में कुछ कमियां थीं, जिसे सेकेंड जेनरेशन में दूर कर दिया गया है.

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महिंद्रा थार से रामकृपा अनंतन का रिश्ता

वैसे तो महिंद्रा थार की सफलता के पीछे कई नामी-गिरामी हस्तियों का हाथ है, लेकिन इसका पहला हक दिया जाना चाहिए, उसमें पहला नाम रामकृपा अनंतन का है. रामकृपा अनंतन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की एक जानी-मानी हस्ती हैं. उन्होंने महिंद्रा को एसयूवी सेगमेंट में क्रांति लाने में मदद की. कृपा अनंतन इस समय इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली स्टार्टअप कंपनी ओला इलेक्ट्रिक में डिजाइन हेड के तौर पर काम कर रही हैं. कृपा अनंतन जब महिंद्रा एंड महिंद्रा के साथ काम कर रही थीं, तो महिंद्रा थार के अलावा महिंद्रा मरोजो, महिंद्रा केयूवी100, एक्सयूवी300, टीयूवी300 एक्सयूवी500, एक्सयूवी700 और महिंद्रा स्कॉर्पियो को डिजाइन करने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है.

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रामकृपा अनंतन कौन हैं

वर्ष 1971 में जन्मी रामकृपा अनंतन ने आईआईटी बॉम्बे से मास्टर ऑफ डिजाइन प्रोग्राम की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा में नौकरी मिल गई. उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की है. इसके बाद उन्होंने 1997 में महिंद्रा में इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर अपने कैरियर की शुरुआत की. वर्ष 2005 में उन्हें महिंद्रा एंड महिंद्रा में डिजाइन हेड के तौर पर नियुक्त किया गया. इस पद पर रहते हुए उन्होंने महिंद्रा एक्सयूवी 500 नामक एसयूवी को डिजाइन किया. कृपा अनंतन ने उन्होंने 10 सालों तक डिजाइन डिपार्टमेंट हेड किया और बाद में उन्हें चीफ डिजाइनर के तौर पर प्रमोशन मिला. इसके बाद उन्होंने तीन कार महिंद्रा थार, एक्सयूवी 700 और स्कॉर्पियो के आइकॉनिक डिजाइनों को तैयार किया.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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