Chinese Top Nuclear Scientist Suspende: चीन की ताकतवर सेना और राजनीतिक ढांचे में इन दिनों कुछ ऐसा चल रहा है. जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सबसे सीनियर एडमिरल मियाओ हुआ को उनके पद से हटा दिया है. मियाओ सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के ‘राजनीतिक कार्य विभाग’ के प्रमुख थे और उन्हें सेना की विचारधारा और निष्ठा को बनाए रखने का ज़िम्मा सौंपा गया था.
सबसे ताकतवर संस्था में हलचल
CMC चीन की सबसे प्रभावशाली सैन्य संस्था है, जिसका नेतृत्व खुद शी जिनपिंग करते हैं. मियाओ की बर्खास्तगी को 1960 के बाद से CMC में सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है. सरकारी बयान में कहा गया कि मियाओ को “अनुशासन के गंभीर उल्लंघन” के चलते पहले निलंबित किया गया और फिर अप्रैल में चीन की संसद (NPC) से भी निकाल दिया गया.
जिनपिंग की टीम में फूट?
शी जिनपिंग ने 2012 से सत्ता संभालने के बाद सैनिकों और अफसरों की निष्ठा को सर्वोपरि रखा है. लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या शी जिनपिंग खुद अपनी टीम में सही लोगों का चयन कर पा रहे हैं? मियाओ शी द्वारा चुने गए अफसरों में से एक थे. अब तक शी के कार्यकाल में CMC के 8 सदस्य हटाए जा चुके हैं. CMC के उपाध्यक्ष हे वेइडोंग पर भी जांच चल रही है.
अमेरिका-चीन सैन्य स्तर के बातचीत पर असर
इन बदलावों का असर चीन और अमेरिका के बीच सैन्य रिश्तों पर भी पड़ रहा है. हाल ही में अमेरिका के रक्षा अधिकारी शंघाई में बातचीत के लिए पहुंचे, लेकिन कोई हाई-लेवल बैठक सार्वजनिक नहीं हुई. शांगरी-ला डायलॉग (सिंगापुर) में भी चीन ने सिर्फ जूनियर प्रतिनिधिमंडल भेजा.