Earthquake in Pakistan: पाकिस्तान में शुक्रवार को भूकंप के झटकों ने एक बार फिर लोगों को डरा दिया. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई. यह झटका शुक्रवार तड़के 01:37 बजे (भारतीय समयानुसार) महसूस किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के 32.57° उत्तरी अक्षांश और 69.82° पूर्वी देशांतर पर स्थित था, जिसकी गहराई 180 किलोमीटर थी.
गौर करने वाली बात यह है कि बीते चार दिनों में यह पाकिस्तान में दर्ज किया गया तीसरा भूकंप है, जिससे क्षेत्र में लगातार हो रही भूकंपीय गतिविधियों को लेकर लोगों में डर और चिंता का माहौल है. हालांकि, इस ताजा भूकंप से किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई पुख्ता जानकारी अब तक सामने नहीं आई है.
इससे पहले मंगलवार को फैसलाबाद डिवीजन में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र 111 किलोमीटर की गहराई में था. वहीं, गुरुवार को मुल्तान के पास 4.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति इसे भूकंप के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील बनाती है, क्योंकि यह इलाका भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों की सक्रिय सीमा पर स्थित है.
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खासतौर पर बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे क्षेत्रों में अक्सर भूकंप की घटनाएं होती रहती हैं. मई 2025 में अब तक पाकिस्तान में कुल सात उल्लेखनीय भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं. इनमें से दो झटके 10 मई को लगातार महसूस किए गए थे, जिनकी तीव्रता क्रमशः 4.7 और 4.0 थी. इसके अलावा 12 मई को सुक्कुर क्षेत्र में 4.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ था.
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इन घटनाओं के बीच सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इन भूकंपों को भारत-पाक तनाव और संभावित परमाणु गतिविधियों से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन NCS और भूकंप विशेषज्ञों ने इन अटकलों को नकारते हुए स्पष्ट किया कि ये पूरी तरह प्राकृतिक घटनाएं हैं.
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गौरतलब है कि पाकिस्तान का भूकंपीय इतिहास विनाशकारी रहा है. वर्ष 2005 में आए 7.6 तीव्रता वाले भूकंप में लगभग 74,000 लोगों की जान गई थी. इस पृष्ठभूमि में विशेषज्ञ लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि सरकार और आम लोगों को सजग रहना चाहिए और आपदा प्रबंधन की तैयारी मजबूत करनी चाहिए.