Indian Passenger Stranded in Turkey: तुर्किये के दीयारबाकिर एयरपोर्ट पर बीते 42 घंटे से अधिक समय से 200 से ज्यादा भारतीय यात्री फंसे हुए हैं. ये सभी यात्री वर्जिन अटलांटिक एयरलाइंस की फ्लाइट से लंदन से मुंबई जा रहे थे, लेकिन यात्रा के दौरान एक यात्री की तबीयत बिगड़ने के कारण विमान को आपात लैंडिंग करनी पड़ी. हालात और खराब हो गए जब लैंडिंग के बाद विमान में तकनीकी खराबी सामने आई, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई.
250 से अधिक यात्री प्रभावित, बुनियादी सुविधाओं का अभाव
फ्लाइट में 250 से ज्यादा यात्री थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय नागरिक हैं. विमान की तकनीकी जांच के बाद पता चला कि इसमें गंभीर समस्या है, जिसके चलते उड़ान को तुरंत बहाल करना संभव नहीं था. फंसे हुए यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी खराब स्थिति साझा की. यात्रियों के मुताबिक, एयरपोर्ट पर खाने-पीने और मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है.
एक यात्री ने दावा किया कि 250 लोगों के लिए केवल एक शौचालय उपलब्ध है, जिससे भारी परेशानी हो रही है. इसके अलावा, यात्रियों को फर्श और बेंच पर रात बितानी पड़ी, क्योंकि उनके लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं किए गए. ठंड के बावजूद कंबल की भी व्यवस्था नहीं की गई. सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, हालांकि उनकी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है.
एयरलाइन का बयान: यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कोशिश जारी
वर्जिन अटलांटिक एयरलाइंस ने इस मुद्दे पर बयान जारी किया है. उन्होंने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए माफी मांगते हुए कहा कि सभी यात्रियों को वैकल्पिक होटलों में ठहराने की व्यवस्था की गई है और उनकी सुरक्षा प्राथमिकता है. कंपनी ने जानकारी दी कि यदि विमान की तकनीकी खराबी 4 अप्रैल की रात 12 बजे (भारतीय समयानुसार दोपहर 2:30 बजे) तक ठीक हो जाती है, तो उसे मुंबई के लिए रवाना कर दिया जाएगा. अन्यथा, यात्रियों को बस के जरिए तुर्किये के किसी अन्य एयरपोर्ट ले जाया जाएगा, जहां से वैकल्पिक फ्लाइट से उन्हें मुंबई भेजा जाएगा.
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भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार सक्रिय
यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने भी दखल दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक यात्री से संपर्क कर मदद का आश्वासन दिया है. इसके अलावा, भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने भी इस स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है, जो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा. अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि तकनीकी खराबी कब तक ठीक होती है और यात्री कितनी जल्दी मुंबई लौट पाते हैं.
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