Indian Students Jailed in US: अमेरिका में पढ़ रहे दो भारतीय छात्रों को बुजुर्गों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में सख्त सजा दी गई है. दोनों अलग-अलग मामलों में दोषी पाए गए. पहला मामला 20 वर्षीय किशन राजेशकुमार पटेल से जुड़ा है, जो स्टूडेंट वीजा पर अमेरिका में रह रहा था. अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) के अनुसार, पटेल ने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर वरिष्ठ नागरिकों को डराया और उनसे नकद राशि और कीमती आभूषण ठग लिए. जांच में सामने आया कि पटेल ने कम से कम 25 बुजुर्गों से कुल 26 लाख 94 हजार डॉलर (लगभग 22 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी की.
पटेल को अगस्त 2024 में टेक्सास के ग्रेनाइट शोल्स इलाके से गिरफ्तार किया गया था. 29 अगस्त से वह संघीय हिरासत में है. अदालत में दोष स्वीकार करने के बाद उसे इस सप्ताह 63 महीने (यानी 5 साल से ज्यादा) जेल की सजा सुनाई गई. मामले में उसके साथ एक और भारतीय आरोपी ध्रुव राजेशभाई मंगुकिया भी शामिल था. उसने 16 जून को अपना अपराध कबूल कर लिया है, लेकिन उसे कितनी सजा मिलेगी, इसका एलान अभी नहीं हुआ है.
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दूसरे मामले में, एक अन्य भारतीय छात्र मोइनुद्दीन मोहम्मद को इस साल की शुरुआत में अमेरिका के बुजुर्गों से लगभग 60 लाख डॉलर (करीब 50 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी करने के आरोप में आठ साल की सजा सुनाई गई. इस छात्र ने भी सरकारी अधिकारी बनकर डराने और फर्जी कानूनी प्रक्रियाओं का हवाला देकर पैसे ऐंठे थे. इन मामलों से यह स्पष्ट है कि अमेरिका में विदेशी छात्रों द्वारा बुजुर्गों को निशाना बनाकर ठगी करने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और अमेरिकी प्रशासन ऐसे मामलों में सख्ती से पेश आ रहा है.
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