Israel-Iran War: मध्य पूर्व में ईरान और इजरायल के बीच जारी टकराव अब एक खतरनाक मोड़ लेता दिख रहा है. दोनों देशों के बीच मिसाइल हमलों का दौर चल रहा है, और अब इस पूरे विवाद में रूस भी खुलकर सामने आ गया है. रूस ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की किसी भी योजना को लेकर इजरायल को सख्त चेतावनी दी है.
नेतन्याहू ने कहा- सत्ता परिवर्तन हमारा लक्ष्य नहीं
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सार्वजनिक प्रसारक ‘कान’ से बातचीत में साफ किया कि ईरान में सत्ता परिवर्तन इजरायल का आधिकारिक लक्ष्य नहीं है. उन्होंने कहा, “इस्लामी गणराज्य में सत्ता परिवर्तन सबसे पहले ईरानी जनता का मामला है. मैंने इसे कभी हमारे लक्ष्य के रूप में प्रस्तुत नहीं किया.
डिफेंस मिनिस्टर का तीखा बयान
नेतन्याहू और विदेश मंत्री गिदोन सार ने जहां संयमित बयान दिए, वहीं इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल कात्ज ने तीखा रुख अपनाते हुए सीधे तौर पर अयातुल्ला खामेनेई को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि अब खामेनेई को “जिंदा रहने की इजाजत नहीं दी जा सकती” और उन पर हाल ही में तेल अवीव के पास एक अस्पताल पर मिसाइल हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए थे.
रूस का सख्त रुख, ‘पेंडोरा बॉक्स’ की चेतावनी
रूस ने इस घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने स्काई न्यूज से कहा, “ईरान में सत्ता परिवर्तन की बात भी अस्वीकार्य है और अगर कोई खामेनेई की हत्या की सोच रहा है, तो वह पेंडोरा बॉक्स खोल रहा है.” उन्होंने चेताया कि इससे ईरान में चरमपंथी भावनाएं भड़क सकती हैं और हालात पूरी तरह नियंत्रण से बाहर जा सकते हैं.
रूस-ईरान की नजदीकियां बढ़ीं
यूक्रेन युद्ध के बाद से रूस और ईरान के बीच सैन्य और कूटनीतिक संबंध काफी गहरे हुए हैं. ऐसे में रूस का यह बयान सिर्फ चेतावनी नहीं, बल्कि इजरायल के लिए एक कूटनीतिक संकेत भी माना जा रहा है कि वह ईरान के आंतरिक मामलों से दूर रहे.