Nobel Peace Prize : इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया है. नेतन्याहू ने व्हाइट हाउस में ट्रंप को इस बारे में जानकारी दी और कहा, “मैं वह पत्र आपको दिखाना चाहता हूं जो मैंने नोबेल पुरस्कार कमेटी को भेजा है. आपने शांति के लिए काम किया है, उसके आप पूरी तरह हकदार हैं.”
नेतन्याहू के अनुसार, यह नामांकन मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रयासों को ध्यान में रखकर किया गया है. हालांकि ट्रंप पहले ही कह चुके हैं, “मैं चाहे कितने भी युद्ध रोक लूं, मुझे नोबेल नहीं मिलेगा. मुझे 4-5 बार यह मिलना चाहिए था, लेकिन वे यह सिर्फ लिबरल्स को देते हैं.”
पाकिस्तान भी डोनाल्ड ट्रंप को नॉमिनेट कर चुका है
इजराइल से पहले पाकिस्तान सरकार भी डोनाल्ड ट्रंप को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट कर चुकी है. पाकिस्तान का कहना है कि भारत-पाक युद्ध के दौरान ट्रंप की कूटनीतिक पहल और मध्यस्थता ने बड़े युद्ध की आशंका को टाल दिया. सरकारी बयान में कहा गया कि ट्रंप ने नई दिल्ली और इस्लामाबाद दोनों से बातचीत कर संघर्षविराम में अहम भूमिका निभाई, जिससे दो परमाणु शक्तियों के बीच युद्ध टल गया.
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क्या कहा बेंजामिन नेतन्याहू ने?
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया है, तथा व्हाइट हाउस में डिनर के दौरान उन्होंने व्यक्तिगत रूप से ट्रंप को नामांकन पत्र की एक प्रति सौंपी. नेतन्याहू ने कहा, “जैसा कि हम बात कर रहे हैं, ट्रंप एक के बाद एक क्षेत्र में शांति स्थापित कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “मैं आपको नोबेल पुरस्कार समिति को भेजा गया पत्र दिखाना चाहता हूं. इसमें आपको शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है, जिसके आप हकदार हैं.”
नॉमिनेट लेटर देखने के बाद ट्रंप ने जवाब दिया, “आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. यह मुझे नहीं पता था – वाह, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.” नेतन्याहू ने ट्रंप के नेतृत्व की भी प्रशंसा की और कहा कि इजरायल, यहूदी लोग और विश्व भर के कई अन्य लोग उनकी तारीफ करते हैं.