Nuclear War : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने विवादास्पद दावे को दोहराया है. इसमें उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को पूर्ण संघर्ष विराम, यहां तक कि संभवतः न्यूक्लियर वॉर में शामिल होने से रोका है. डोनाल्ड ट्रंप ने ओवल ऑफिस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “हमने व्यापार पर बात की और कहा कि हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हैं. संभावित रूप से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं.’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डोनाल्ड ट्रंप के बगल में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क बैठे थे, जो ट्रंप प्रशासन में डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी या DOGE के प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका से हट रहे हैं. ट्रंप ने कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका. मेरा मानना है कि यह न्यूक्लिया वॉर डिजास्टर में बदल सकता था.” उन्होंने क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए अपनी कूटनीति और दोनों देशों के नेताओं के सहयोग को श्रेय दिया. ट्रंप ने कहा कि भारत के नेताओं और पाकिस्तान के नेताओं को भी धन्यवाद देना चाहता हूं.
यह भी पढ़ें : Pakistan Air Strike : ब्रह्मोस ने किया पाकिस्तान का प्लान फेल, असीम मुनीर का सपना चकनाचूर
भारत सरकार ने किया ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज
भारत सरकार ने ट्रंप के दावे को सिरे से खारिज किया. भारत की ओर से कहा गया है कि 10 मई को हुआ संघर्षविराम अमेरिका की मध्यस्थता का नतीजा नहीं, बल्कि भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच सीधे संपर्क की वजह से ये संभव हुआ. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जर्मन अखबार Frankfurter Allgemeine Zeitung को दिए इंटरव्यू में कहा कि संघर्षविराम का निर्णय दोनों देशों के सैन्य कमांडरों की सीधी बातचीत की वजह से हुआ. उन्होंने कहा कि इससे पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान के वायु ठिकानों और सिक्योरिटी सिस्टम को निशाना बनाकर उन्हें नष्ट कर दिया.ऐसे में धन्यवाद भारतीय सेना को मिलना चाहिए, किसी और को नहीं.