Pakaistan May Attack India :पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को धमकी दी है. उन्होंने कहा कि अगर भारत सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) के तहत इस्लामाबाद को उसके हिस्से का पानी देने से इनकार करता है तो पाकिस्तान युद्ध की ओर बढ़ जाएगा. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल ने कहा कि अगर भारत पानी देने से इनकार करता है तो हमें फिर से युद्ध छेड़ना पड़ेगा. संसद में बोलते हुए बिलावल ने भारत के कदम को खारिज कर दिया और संधि के अवैध निलंबन को लेकर जवाबी कार्रवाई की धमकी दी.
Former foreign minister and PPP Chairman Bilawal Bhutto-Zardari on Monday warned that India must either ensure equitable water sharing or Pakistan will take steps to secure water from all six rivers of the Indus river system.
— Brandsynario (@brandsynario) June 23, 2025
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पानी रोकने की धमकी अवैध: बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो ने सिंधु बेसिन की छह नदियों का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “भारत के पास दो विकल्प हैं. पानी को उचित रूप से साझा करना, या हम सभी छह नदियों से पानी की आपूर्ति करेंगे.” उन्होंने आगे कहा, भारत का दावा है कि सिंधु जल संधि समाप्त हो गई है, और यह स्थगित है. सबसे पहले, यह अवैध है, क्योंकि आईडब्ल्यूटी स्थगित नहीं है, यह पाकिस्तान और भारत पर बाध्यकारी है, लेकिन पानी रोकने की धमकी संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार अवैध है.”
अमित शाह के बयान से बिलबिलायाए बिलावल भुट्टो
बिलावल भुट्टो की यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उस घोषणा के कुछ दिनों बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत 1960 के जल-बंटवारे समझौते को कभी बहाल नहीं करेगा, जिसे नई दिल्ली ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद स्थगित कर दिया था. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. शाह के इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तीखी प्रतिक्रिया आई.
हालांकि, बिलावल ने बातचीत और सहयोग पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, “अगर भारत और पाकिस्तान बातचीत करने से इनकार करते हैं और आतंकवाद पर कोई समन्वय नहीं होता है, तो दोनों देशों में हिंसा बढ़ेगी.” उन्होंने भारत पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए आतंकवाद को हथियार बनाने का आरोप लगाया. बिलावल ने दावा किया कि भारत ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के मोर्चे पर पाकिस्तान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की. उन्होंने आरोप लगाया, “ऐसे समय में जब पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे सूची से सफलतापूर्वक सफेद सूची में चला गया था, भारत ने झूठे आख्यानों और कूटनीतिक दबाव का उपयोग करके हमें ग्रे सूची में वापस खींचने का हर संभव प्रयास किया.”
अंतरराष्ट्रीय समर्थन का भी हवाला बिलावल ने दिया
बिलावल ने कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन का भी हवाला दिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस मुद्दे को वैश्विक स्तर पर उठाने में सफल रहा. उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इस विवाद पर मध्यस्थता करने की इच्छा का हवाला दिया. पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने न केवल सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया. बल्कि ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को सबक भी सिखाया.