Pakistan: भारत के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान राफेल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान को जबरदस्त जवाब दिया था. इसके बाद पाकिस्तान की सेना और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया था कि उन्होंने भारत के तीन फाइटर जेट मार गिराए. हालांकि अब पाकिस्तान के एक शीर्ष वायुसेना अधिकारी ने राफेल की खुलकर तारीफ की है, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं.
पाकिस्तान एयरफोर्स अधिकारी की खुली तारीफ (Rafale)
पाकिस्तान एयरफोर्स के एयर वाइस मार्शल औरंगजेब अहमद ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,“यह कहना गलत है कि राफेल एक कमजोर विमान है. यह एक बेहद शक्तिशाली फाइटर जेट है, बशर्ते इसका सही इस्तेमाल हो.”उनका यह बयान भारत के राफेल को लेकर पाकिस्तान के पुराने विरोधाभासी रुख से बिल्कुल अलग है.
पाकिस्तान की तारीफ के पीछे छिपा कूटनीतिक मकसद (Pakistan Praises Rafale)
भारत द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले फ्रांसीसी राफेल जेट कई मुस्लिम देशों के पास भी हैं, जिनके पाकिस्तान से अच्छे संबंध हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान अब राफेल की आलोचना से बचता नजर आ रहा है.
कतर और मिस्र के पास भी हैं राफेल (Rafale Fighter Jet)
कतर, जिसने सबसे पहले 2015 में 24 राफेल ऑर्डर किए थे, उसके पास भारत जितने ही 36 राफेल फाइटर जेट हैं. मिस्र, जो पाकिस्तान का नजदीकी सहयोगी है, उसके पास 54 राफेल हैं. उसने 2015 में 24 और 2021 में 30 राफेल का ऑर्डर दिया था.
यूएई और इंडोनेशिया की भी फ्रांस से डील (Rafale)
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने 2021 में फ्रांस को 80 राफेल का ऑर्डर दिया था. इसके अलावा, दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश इंडोनेशिया भी फ्रांस के साथ राफेल की डील कर चुका है. वह जल्द ही इन जेट्स को प्राप्त करेगा.
फ्रांस-पाकिस्तान के पुराने रक्षा संबंध
भले ही भारत-फ्रांस के संबंध राफेल डील के बाद मजबूत हुए हों, लेकिन पाकिस्तान और फ्रांस के बीच भी लंबे समय से सैन्य सहयोग रहा है. फ्रांस ने पाकिस्तान को मिराज III, मिराज V, डेफ्ने-क्लास पनडुब्बियां, अटलांटिक एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर और मिसाइलें सप्लाई की हैं. आज भी पाकिस्तान फ्रांस के साथ डिफेंस डील के लिए उत्सुक है,और कूटनीतिक संतुलन बनाए रखना चाहता है.
राफेल के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज भी कर चुका है पाकिस्तान
पाकिस्तान उन देशों के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग ले चुका है, जिनके पास राफेल हैं. साल 2025 में सऊदी अरब में हुए “विक्ट्री स्पीयर” अभ्यास में पाकिस्तान के JF-17, सऊदी के F-15 और फ्रांस के राफेल समेत अन्य फाइटर जेट्स शामिल हुए थे. 2024 की एक्सरसाइज में भी राफेल और JF-17 एक साथ देखे गए थे.पाकिस्तान की ओर से राफेल की यह अप्रत्याशित तारीफ सिर्फ तकनीकी स्वीकारोक्ति नहीं, बल्कि एक कूटनीतिक चाल भी मानी जा रही है. फ्रांस के साथ भविष्य की संभावित डील और मुस्लिम देशों के साथ संबंधों को लेकर पाकिस्तान अपनी छवि को संतुलित रखना चाहता है.