Russian Oil Warning US: अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रपति ट्रंप रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर 100 फीसदी टैरिफ (आयात शुल्क) लगाएंगे. फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ग्राहम ने खास तौर पर भारत, चीन और ब्राजील का नाम लिया. उन्होंने कहा कि ये देश रूसी तेल खरीदकर यूक्रेन युद्ध में व्लादिमीर पुतिन की मदद कर रहे हैं.
रूसी तेल को बताया ‘ब्लड मनी’
ग्राहम ने कहा जो देश सस्ता रूसी तेल खरीद रहे हैं, वो खून के पैसों से व्यापार कर रहे हैं. ट्रंप अब इस खेल से तंग आ चुके हैं और कड़ा एक्शन लेने जा रहे हैं. उन्होंने साफ कहा कि इन देशों के सामने अब दो विकल्प हैं. अमेरिका के साथ व्यापार या फिर पुतिन का साथ. (Lindsey Graham in Hindi)
ग्राहम ने यह भी कहा कि अमेरिका यूक्रेन को हथियार देता रहेगा ताकि वह पुतिन का डटकर मुकाबला कर सके. उन्होंने पुतिन को चेतावनी देते हुए कहा तुमने ट्रंप को हल्के में लेकर बहुत बड़ी गलती कर दी है. अब तुम्हारी अर्थव्यवस्था और तबाह होगी.
पढ़ें: पाकिस्तान का फुस्सी जेट लाया ‘शोपीस ट्रॉफी’, खुश होकर खुद ही थपथपाई पीठ
Russian Oil Warning US: सोवियत यूनियन को फिर बनाना चाहता है पुतिन
सीनेटर ने आरोप लगाया कि पुतिन पूर्व सोवियत संघ को फिर से बनाना चाहता है और उन देशों पर कब्जा कर रहा है जो उसके नहीं हैं. उन्होंने याद दिलाया कि 90 के दशक में यूक्रेन ने 1,700 न्यूक्लियर हथियार छोड़ दिए थे, बदले में रूस ने उसकी संप्रभुता की गारंटी दी थी, लेकिन अब पुतिन ने वह वादा तोड़ दिया है.
ग्राहम ने ट्रंप की तुलना अमेरिका के टॉप गोल्फर स्कॉटी शेफलर से की और कहा, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राजनीति और विदेशी नीति के स्कॉटी शेफलर हैं, और अब वे बड़ी मार देने वाले हैं. लिंडसे ग्राहम के बयानों से साफ है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं तो रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर अमेरिका का रवैया बेहद सख्त हो सकता है, खासकर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों के लिए.
पढ़ें: जब ओबामा के कहर से कांप उठे थे ये मुस्लिम देश, 1 साल की बमबारी से हो गया था धुआं-धुआं