Syria: सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल शरा की सेना पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने पिछले 7 दिनों में 194 द्रूजों को मनमाने तरीके से मारा है. बताया जा रहा है कि इन लोगों को गृह और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने सिर में गोली मारकर हत्या की है.
हालांकि बीबीसी की एक रिपोर्ट में सीरिया की मानवाधिकार संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के हवाले से बताया गया है कि एक सप्ताह से करीब 1120 से अधिक लोगों की जान गई है. मारे गए लोगों में 427 द्रूज फाइटर्स और 298 द्रूज नागरिक हैं, जिनमें से 194 लोगों को सीरिया के रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा मौत की सजा दी गई है. मौत की सजा देने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है. आरोप लगाया जा रहा है कि बिना किसी न्यायिक आधार के लोगों को मौत की सजा दी गई.
द्रूज कौन हैं?
द्रूज सीरिया, इज़रायल और लेबनान में रहने वाले अरबी धार्मिक अल्पसंख्यकों को कहा जाता है. द्रूजों की एक बड़ी संख्या इज़रायल में निवास करती है और सेना के लिए काम करती है, जिस कारण से इज़रायल लंबे समय से द्रूजों की रक्षा के लिए कदम उठाता रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, सेना द्वारा मारे गए लोगों को स्वैदा नेशनल हॉस्पिटल भेजा गया है, जहां एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया है कि सभी शवों के सिर पर गंभीर चोट के निशान हैं. कई लोगों के सिर पर गोली लगी हुई है. अस्पताल में 200 से ज्यादा शव हो गए हैं. इसके अलावा, सेना और द्रूज समुदाय के बीच हुए संघर्ष में 354 सैनिक और 21 सुन्नी बेदौइन लड़ाके भी मारे गए हैं. इजरायल के हवाई हमले में सीरिया के 15 सैनिकों के मारे जाने की भी पुष्टि की गई है.