Trump Again Threatens: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार, 22 जुलाई को दावा किया कि अमेरिकी हमले में ईरान की प्रमुख परमाणु सुविधाओं को गंभीर नुकसान पहुंचा है. ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने खुद स्वीकार किया है कि न्यूक्लियर साइट्स पूरी तरह से तबाह हो चुकी हैं. ट्रंप ने चेतावनी दी कि यदि जरूरत पड़ी, तो अमेरिका दोबारा हमला करने से पीछे नहीं हटेगा. (Trump Again Threatens Strike Iran Nuclear Attack)
ईरानी मंत्री की स्वीकारोक्ति
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में स्वीकार किया कि अमेरिकी हमले से उनके देश की परमाणु सुविधाएं गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हुई हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ईरान अपने यूरेनियम संवर्धन कार्यक्रम को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेगा. अराघची ने कहा यह हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धि है और अब यह हमारे राष्ट्रीय गर्व का विषय है.
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Trump Again Threatens: ऑपरेशन ‘मिडनाइट हैमर’
अमेरिका ने 22 जून को इजराइल के साथ मिलकर ईरान के तीन बड़े न्यूक्लियर ठिकानों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ के तहत हमला किया. इस सैन्य कार्रवाई में 125 अमेरिकी सैन्य विमान, जिनमें 7 B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स शामिल थे, का इस्तेमाल किया गया.
इस्फहान न्यूक्लियर साइट पर अमेरिका की एक पनडुब्बी से दो दर्जन क्रूज़ मिसाइलें दागी गईं, जबकि फोर्दो साइट पर 14 ‘GBU-57 Massive Ordnance Penetrator’ (MOP) बम गिराए गए. यह साइट तेहरान के पास एक पहाड़ के नीचे स्थित है और इसे ईरान की परमाणु रणनीति का अहम केंद्र माना जाता है.
युद्धविराम पर सहमति, लेकिन तनाव कायम
हमले के दो दिन बाद, 24 जून को अमेरिका और कतर की मध्यस्थता से इजराइल और ईरान के बीच 12 दिन चला संघर्ष समाप्त हुआ और युद्धविराम की घोषणा की गई. हालांकि ट्रंप के तीखे बयान और ईरान की चुनौतीपूर्ण मुद्रा यह संकेत देती है कि तनाव की आग अभी पूरी तरह बुझी नहीं है.