Watch Video: रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई. यह भूकंप पृथ्वी पर दर्ज अब तक के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक है. भूकंप के चलते कामचटका सहित कई तटीय इलाकों में जोरदार झटके महसूस किए गए और समुद्र में ऊंची लहरें उठीं जिससे पुरे रूस समेत अमेरिका में चेतावनी जारी की गई है.
Watch Video Earthquake Strikes Russia in Hindi: ऑपरेशन थिएटर में आया भूकंप
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में देखा गया है कि कामचटका के एक कैंसर अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में जब भूकंप के तेज झटके आए, तो वहां सर्जरी चल रही थी. लेकिन इस खतरनाक स्थिति के बावजूद डॉक्टर घबराए नहीं और सर्जरी जारी रखी. उन्होंने ऑपरेशन खत्म होने तक मरीज का साथ नहीं छोड़ा. यह वीडियो डॉक्टरों की जिम्मेदारी और साहस की मिसाल बन गया है.
तटवर्ती इलाके डूबे, लोग भागे सुरक्षित स्थानों की ओर
भूकंप के बाद कामचटका प्रायद्वीप के तटीय इलाकों में सुनामी की तेज लहरें उठीं, जिनकी ऊंचाई 3 से 4 मीटर तक दर्ज की गई हैं. बंदरगाहों में पानी भर गया और कई घरों में पानी घुस आया. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया और स्थानीय लोगों को ऊंचे क्षेत्रों की ओर जाने की सलाह दी गई है. कई लोगों ने रात को ही सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन भी किया है स्तिथि को देखते हुए.
Doctors in Kamchatka kept calm during the powerful quake — and never stopped the surgery
— RT (@RT_com) July 30, 2025
They stayed with the patient until the end
The patient is doing well, according to the Health Ministry pic.twitter.com/swtdBFSpm5
जापान, अमेरिका और हवाई में भी जारी हुआ अलर्ट
भूकंप के बाद प्रशांत महासागर के विभिन्न हिस्सों में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है. अलास्का, हवाई, अमेरिका के पश्चिमी तट, जापान, चीन और न्यूजीलैंड तक चेतावनी दी गई है. जापान के उत्तरी होक्काइडो द्वीप पर लगभग 60 सेंटीमीटर ऊंची लहरें आईं, जबकि अलास्का के अलेउतियन द्वीपों में समुद्र तल से 1.4 फीट ऊंची लहरें रिकॉर्ड की गईं हैं. हवाई में लोग समुद्र तटों से दूर भागते नजर आए, जिससे राजधानी होनोलूलू की सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया.
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जापान में 2011 की त्रासदी का डर
जापान में लोगों को एक बार फिर 2011 की विनाशकारी सुनामी की याद सताने लगी, जब भूकंप और समुद्री लहरों ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को भारी नुकसान पहुंचाया था. इस बार भी लोगों ने एहतियात बरतते हुए तुरंत शरण स्थलों का रुख किया है. हालांकि जापानी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल किसी परमाणु संयंत्र में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है.