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स्कोडा ऑक्टाविया और फेलिशिया के 65 साल पूरे, जानें कब हुई थीं लॉन्च

Skoda Octavia and Felicia: ऑक्टाविया और फेलिशिया लग्जरी विंटेज कारें स्कोडा ऑटो की मोस्ट पॉपुलर कारों में से एक है. लग्जरी कार निर्माता कंपनी ने इन दोनों कारों को साल 1959 में लॉन्च किया था. हालांकि, इन दोनों कारों में केवल स्कोडा ऑक्टाविया ही भारत में बिक्री के लिए उपलब्ध है.

Skoda Octavia and Felicia: दुनिया की लग्जरी कारों की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी स्कोडा की दो पॉपुलर विंटेज कारों स्कोडा ऑक्टाविया और फेलिशिया के 65 साल पूरे हो गए हैं. वाहन निर्माता कंपनी स्कोडा ऑटो की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, 20 मार्च 2024 को इन दोनों लग्जरी कारों के 65 साल पूरे हो गए. कंपनी ने इन दोनों कारों को साल 1959 के जिनेवा मोटर शो में पहली बार प्रदर्शित किया था. कंपनी ने साल 1996 में मॉडर्न स्कोडा ऑक्टाविया को ग्लोबल मार्केट में पेश किया था, जो काफी आकर्षक लुक में आई थी. पिछले 60 सालों के दौरान इसके चार जेनरेशन के मॉडलों को बाजार में उतारा जा चुका है, जो कंपनी के लिए मील का पत्थर है.

Skoda Octavia

भारत में स्कोडा ऑक्टाविया परफॉर्मेंस और लग्जरी के मामले में ग्राहकों के बीच खरी उतरी है. कंपनी ने बाजार में अब इसके अपडेटेड वर्जन को उतार दिया है. नई जेनरेशन की स्कोडा ऑक्टाविया रोड प्रेजेंस के मामले में पुराने वाले मॉडल से थोड़ी अलग है. बताया जाता है कि यह पुराने मॉडल से ज्यादा प्रीमियम है और शानदार परफॉर्मेंस देती है. हालांकि, कंपनी ने इसकी कीमतों में थोड़ा इजाफा कर दिया है.

Skoda Octavia की प्राइस: भारत के एक्स-शोरूम में स्कोडा ऑक्टाविया के बेस मॉडल की कीमत 27.35 लाख रुपये है. यह 1984 सीसी के ऑटोमैटिक पेट्रोल इंजन के साथ आती है. यह 15.81 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देने में सक्षम है. वहीं, इसके टॉप मॉडल स्कोडा ऑक्टाविया लॉरिन एंड क्लेमेंट की कीमत 30.45 लाख रुपये है. यह भी 1984 सीसी के ऑटोमैटिक पेट्रोल इंजन के साथ आती है और इसका माइलेज भी बेस मॉडल के जैसा ही है.

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1959 में पहली बार पेश की गई थी Skoda Octavia: चेक गणराज्य की वाहन निर्माता कंपनी स्कोडा ऑटो ने अपनी लग्जरी कार स्कोडा ऑक्टाविया को मार्च 1959 में जिनेवा मोटर शो में प्रदर्शित किया था. ऑक्टाविया क्लोज-टॉप सैलून कार है और फेलिशिया का अपडेटेड वर्जन है. कई संशोधनों के बाद इन कारों को डिजाइन किया गया था. इसमें फ्रंट एक्सल और टेलीस्कोपिक डैम्पर्स के साथ लीफ स्प्रिंग सस्पेंशन दिया गया, जिसे कॉइल स्प्रिंग्स के साथ जोड़ा गया. इससे पहले स्कोडा की सैलून कार को स्कोडा 440/445 के नाम से जाना जाता था. बाद में इसका नाम लैटिन नंबर ऑक्टावा से ऑक्टाविया किया गया. लैटिन के ऑक्टवा नंबर का अर्थ आठवां होता है. इस कार पर यह नाम इसलिए भी सटीक था, क्योंकि म्लाडा बोलेस्लाव बेस्ड कार निर्माता कंपनी का यह आठवां मॉडल था.

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न्यूयॉर्क के लोगों को अधिक लुभाती है Skoda Felicia

स्कोडा ऑटो ने चार सीटों वाली बख्तरबंद बॉडी वाली स्कोडा फेलशिया कार को मार्च 1959 में ऑक्टाविया के साथ ही जिनेवा मोटर शो में प्रदर्शित किया था. इसमें ट्विन कार्बोरेटर के साथ 1089 सीसी के 4-सिलेंडर इंजन किया गया था, जो 50 एचपी की अधिकतम पावर जेनरेट करने में सक्षम है. इस कार का नाम लैटिन भाषा के फेलिसिटास शब्द से लिया गया है, जिसका अर्थ खुशी है. स्कोडा फेलिशिया कंपनी के ओपन-टॉप स्कोडा 450 का अपडेटेड था. कंपनी ने इसे विदेश निर्यात के लिए बनाया था. बताया जाता है कि कंपनी ने साल 1958 से 1959 के बीच इस कार की करीब 1000 इकाइयों का ही उत्पादन किया था. हालांकि, भारत में स्कोडा फेलिशिया की बिक्री नहीं की जाती है.

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KumarVishwat Sen
KumarVishwat Sen
कुमार विश्वत सेन प्रभात खबर डिजिटल में डेप्यूटी चीफ कंटेंट राइटर हैं. इनके पास हिंदी पत्रकारिता का 25 साल से अधिक का अनुभव है. इन्होंने 21वीं सदी की शुरुआत से ही हिंदी पत्रकारिता में कदम रखा. दिल्ली विश्वविद्यालय से हिंदी पत्रकारिता का कोर्स करने के बाद दिल्ली के दैनिक हिंदुस्तान से रिपोर्टिंग की शुरुआत की. इसके बाद वे दिल्ली में लगातार 12 सालों तक रिपोर्टिंग की. इस दौरान उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित दैनिक हिंदुस्तान दैनिक जागरण, देशबंधु जैसे प्रतिष्ठित अखबारों के साथ कई साप्ताहिक अखबारों के लिए भी रिपोर्टिंग की. 2013 में वे प्रभात खबर आए. तब से वे प्रिंट मीडिया के साथ फिलहाल पिछले 10 सालों से प्रभात खबर डिजिटल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों में ही राजस्थान में होने वाली हिंदी पत्रकारिता के 300 साल के इतिहास पर एक पुस्तक 'नित नए आयाम की खोज: राजस्थानी पत्रकारिता' की रचना की. इनकी कई कहानियां देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं.

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