Cyber Psychology: आज के समय में जब बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक सोशल मीडिया, मोबाइल और इंटरनेट का लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं, ऐसे में यह समझना बेहद जरूरी हो गया है कि डिजिटल दुनिया में हमारा व्यवहार कैसे बदल रहा है. इसी अध्ययन से जुड़ा है एक नया और उभरता हुआ पेशा – Cyber Psychologist.
क्या होता है Cyber Psychology?
Cyber Psychology एक ऐसा विषय है जो यह समझता है कि लोग इंटरनेट, सोशल मीडिया, ऑनलाइन गेम्स और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कैसे सोचते, क्या महसूस करते हैं और कैसे व्यवहार करते हैं. यह फील्ड टेक्नोलॉजी और मानसिक स्वास्थ्य के बीच की कड़ी को उजागर करता है. इसमें यह देखा जाता है कि किसी को सोशल मीडिया की लत क्यों लगती है, ट्रोलिंग करने वालों की मानसिकता क्या होती है, या ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले किस सोच से प्रेरित होते हैं.
Cyber Psychologist कौन होता है?
Cyber Psychologist वह पेशेवर होता है जो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हो रहे मानसिक, भावनात्मक और व्यवहारिक प्रभावों को समझता और उसका विश्लेषण करता है. यह विशेषज्ञ कंपनियों, स्कूलों, पुलिस विभाग, हेल्थकेयर और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के लिए काम करता है ताकि यूज़र का ऑनलाइन अनुभव सुरक्षित और संतुलित रहे.
कैसे बनें Cyber Psychologist? (योग्यता और कोर्स)
Cyber Psychologist बनने के लिए सबसे पहले आपको Psychology की पढ़ाई करनी होती है. इसके लिए आप 12वीं के बाद BA in Psychology कर सकते हैं. इसके बाद MA/M.Sc in Psychology किया जा सकता है जिसमें Digital Behaviour, Cyber Psychology या Media Psychology जैसे मॉड्यूल चुनना फायदेमंद होता है.
अब भारत में कुछ यूनिवर्सिटीज़ ऐसे स्पेशलाइज्ड कोर्स भी ऑफर कर रही हैं जो खासतौर पर Cyber Psychology पर केंद्रित हैं। वहीं B.Tech या BCA वाले छात्र भी साइबर सिक्योरिटी और डिजिटल बिहेवियर से जुड़े सर्टिफिकेट कोर्स करके इस फील्ड में आ सकते हैं.
भारत में कहां होता है यह कोर्स?
भारत में अभी सीमित संस्थान ही Cyber Psychology में फुल टाइम या स्पेशलाइज्ड कोर्स ऑफर करते हैं:
- Amity University – M.Sc in Cyber Psychology
- Rashtriya Raksha University (RRU), Gandhinagar – PG Diploma in Cyber Psychology & Cyber Defence
- IGNOU – Certificate Courses in Cyber Behaviour (Occasionally)
- Christ University, Bengaluru – Media Psychology और Digital Behaviour Electives
- Symbiosis College, Pune – Undergraduate Psychology with Digital modules
इसके अलावा Udemy, Coursera और FutureLearn जैसे प्लेटफॉर्म पर भी सर्टिफिकेट कोर्स मिलते हैं जिन्हें प्रोफेशनल स्किल डेवलपमेंट के लिए किया जा सकता है.
कहां मिलती है नौकरी? (Career Opportunities)
Cyber Psychologist की मांग धीरे-धीरे विभिन्न सेक्टर्स में बढ़ रही है. इन पेशेवरों की जरूरत खासतौर पर इन जगहों पर होती है:
- स्कूल और कॉलेज: बच्चों और युवाओं की ऑनलाइन आदतों को समझने, साइबर बुलिंग रोकने और डिजिटल सेफ्टी सिखाने के लिए
- कंपनियाँ और MNCs: कर्मचारियों की डिजिटल मेंटल हेल्थ और ऑनलाइन बिहेवियर मैनेजमेंट के लिए
- पुलिस और साइबर सेल: साइबर अपराधियों की सोच और पैटर्न समझने के लिए
- NGO और हेल्थकेयर सेक्टर: इंटरनेट एडिक्शन, सोशल मीडिया डिप्रेशन और डिजिटल स्ट्रेस से जुड़े मामलों में काउंसलिंग देने के लिए
- IT और सोशल मीडिया कंपनियां: यूज़र बिहेवियर एनालिसिस, ऐप डिजाइन और डिजिटल एथिक्स पॉलिसी बनाने के लिए
काम के मुख्य प्रोफाइल
- Cyber Psychologist
- Digital Wellness Coach
- Cyber Crime Analyst
- User Behaviour Specialist
- Online Counsellor
- UX Researcher (with psychology background)
- Policy Advisor (Digital Safety)
सैलरी कितनी मिलती है?
इस क्षेत्र में शुरुआती स्तर पर सैलरी करीब 3 से 5 लाख रुपए प्रति वर्ष हो सकती है. अनुभव बढ़ने के साथ-साथ, खासकर अगर आप MNCs या इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन में काम करते हैं, तो यह सैलरी 8 से 15 लाख रुपए प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है. विदेशों में साइबर साइकोलॉजिस्ट की डिमांड और पे-स्केल दोनों ही अधिक हैं.
भविष्य में स्कोप कैसा है?
जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी में और गहराई से शामिल हो रही है, वैसे-वैसे मानव व्यवहार और डिजिटल सेफ्टी के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत भी बढ़ रही है. मेटावर्स, AI और सोशल मीडिया के विस्तार के साथ Cyber Psychologists की भूमिका और भी अहम होती जा रही है.
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