IPS Officer Arrested Kidnapper: उत्तर प्रदेश कैडर में तैनात आईपीएस अधिकारी चिराग जैन की कहानी बेहद रोचक है. उनके काम करने के अंदाज की सराहना हर तरफ होती है. यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले छात्रों को उनकी कहानी जरूर जाननी चाहिए. आईपीएस चिराग जैन ने एक किडनैपिंग का केस इतने शानदार अंदाज में सॉल्व किया कि हर तरफ उनकी तारीफ होती है. आइए उनके करियर को करीब से जानते हैं.
राजस्थान के रहने वाले
आईपीएस ऑफिसर चिराग जैन का जीवन संघर्ष, मेहनत और धैर्य की मिसाल है. मूल रूप से राजस्थान के डीग कस्बे से ताल्लुक रखने वाले चिराग एक सामान्य परिवार से आते हैं. उनके पिता स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं और मां एक गृहिणी हैं. चिराग की प्रारंभिक शिक्षा hometown से ही हुई. पढ़ाई में शुरू से अव्वल रहे चिराग को बचपन से ही कुछ अलग करने की ललक थी, और उन्होंने धीरे-धीरे अपने सपनों को आकार देना शुरू किया.
इंजीनियरिंग के साथ UPSC की तैयारी
चिराग जैन ने ग्रेजुएशन के बाद NIT जयपुर (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में दाखिला लिया. यहां से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की. लेकिन उनका सपना सिर्फ इंजीनियर बनना नहीं था. इंजीनियरिंग के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा की तैयारियों की शुरुआत कर दी थी. कॉलेज के प्रोजेक्ट्स, सेमेस्टर और परीक्षाओं के बीच उन्होंने समय निकालकर सिलेबस को समझा और आधार मजबूत किया.
दो बार असफलता फिर भी नहीं मानी हार
यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. चिराग ने भी इस परीक्षा में तीन बार प्रयास किया. पहले दो प्रयासों में वह सिर्फ प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) ही पास कर पाए. मुख्य परीक्षा (Mains) में सफलता नहीं मिली. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अपनी गलतियों से सीखा, रणनीति में बदलाव किया और तीसरे प्रयास की तैयारी में और ज्यादा समर्पण के साथ जुट गए.
तीसरे प्रयास में 160वीं रैंक
साल 2019 में जब चिराग जैन ने तीसरी बार UPSC परीक्षा दी, तो उन्होंने न सिर्फ Mains क्लियर किया बल्कि इंटरव्यू में भी अच्छा प्रदर्शन किया. इस बार उन्हें 160वीं रैंक हासिल हुई. यह सफलता उनके लिए सिर्फ एक रैंक नहीं थी, बल्कि वर्षों की मेहनत और धैर्य का फल थी. उनकी इस रैंक के आधार पर उन्हें इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) अलॉट हुआ और उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश कैडर में हुई.
IPS Officer Arrested Kidnapper: हनी ट्रैप से किडनैपर को दबोचा
चिराग जैन तब सबसे ज्यादा चर्चा में आए जब उन्होंने यूपी के एक जटिल किडनैपिंग केस को सुलझाया. यह घटना साल 2022 की है जब प्रयागराज के घूरपुर थाना क्षेत्र में एक लड़की का अपहरण हुआ था. जांच के दौरान पता चला कि किडनैपर लड़की को मुंबई ले गया था.
चिराग ने महिला कांस्टेबल की मदद से लड़की की आईडी से चैट की, आरोपी से मोबाइल नंबर मांगा और उसकी लोकेशन ट्रेस करके उसे गिरफ्तार कर लिया. यह केस न केवल उनकी सूझबूझ का उदाहरण बना, बल्कि यह भी दिखाया कि तकनीक और रणनीति के सही इस्तेमाल से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है.
यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए चिराग की सलाह
चिराग जैन मानते हैं कि यूपीएससी जैसी परीक्षा में “स्मार्ट वर्क” बेहद जरूरी है. उनका मानना है कि दस किताबें एक बार पढ़ने से बेहतर है कि एक किताब को दस बार पढ़ा जाए. इससे विषय की गहराई से समझ मिलती है. मॉक टेस्ट्स के बारे में उनका कहना है कि ये केवल अभ्यास का जरिया नहीं हैं, बल्कि पेपर को हल करने की सही रणनीति सीखने का माध्यम हैं.
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