NEET Success Story: नीट यूजी परीक्षा में टॉप करना इतना आसान नहीं है. हालांकि, हमारे बीच कुछ लोग हैं जो कड़ी मेहनत और आत्मविश्ववास के दम पर इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं. कुछ ऐसी ही कहानी है राजस्थान के नलिन खंडेलवाल (Nalin Khandelwal) की, जिन्होंने वर्ष 2019 की परीक्षा में 720 में से 701 के अंकों के साथ सफलता हासिल की थी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज वो कहां हैं और क्या कर रहे हैं?
NEET Success Story: इस कॉलेज से कर रहे हैं पढ़ाई
राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले नलिन खंडेलवाल ने नीट यूजी परीक्षा में एआईआर 1 के साथ टॉप किया. उन्होंने 99.9999291 परसेंटाइल किया था. नीट यूजी (NEET UG Topper) परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद नलिन ने दिल्ली के प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज (Famous Medical College) में से एक, मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) में दाखिला लिया.
NEET Success Story: माता-पिता भी डॉक्टर हैं
नलिन अभी MAMC दिल्ली से पढ़ाई कर रहे हैं. वे अपनी डिग्री के अंतिम वर्ष में हैं. साथ ही इंटर्नशिप कर रहे हैं. नलिन एक डॉक्टर परिवार से आते हैं. उनके पिता का नाम डॉ. राकेश खंडेलवाल है और माता का नाम डॉ. वनिता खंडेलवाल. नलिन के पिता सीकर के एक निजी अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ हैं और मां स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. माता-पिता ने नलिन को नीट का सफर तय करने के लिए काफी मोटिवेट किया.
NEET UG Success Story: 12-13 घंटे की पढ़ाई से पाई सफलता
नलिन ने डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत की. उन्होंने लगभग 12-13 की रोजाना की पढ़ाई के बाद नीट परीक्षा में सफलता पाई है. एक इंटरव्यू के दौरान नलिन ने बताया था कि वे अपने कोचिंग में 6 घंटे और सेल्फ स्टडी में 7 घंटे की पढ़ाई करते थे. उन्होंने कहा था कि NCERT की किताबों ने उनकी तैयारी में बड़ी भूमिका निभाई. वहीं सोशल मीडिया से दूरी रखा था.
NEET Success Story: जानिए कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई
नलिन बचपन से ही पढ़ने में अच्छे हैं. उन्होंने सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में 95.8 प्रतिशत और 10वीं की परीक्षा में 92 प्रतिशत हासिल किए थे. नलिन की प्रारंभिक शिक्षा विद्या भारती पब्लिक स्कूल से हुई है. उसके बाद सीकर के सेंट मैरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल से उन्होंने आगे की पढ़ाई की. 11वीं-12वीं के लिए उन्होंने प्रिंस अकैडमी में एडमिशन लिया था. नलिन को पढ़ने के अलावा स्पोर्ट्स में भी विशेष रूचि है. वे अपने स्कूल के दिनों में क्रिकेट, स्केटिंग जैसे स्पोर्ट्स में भाग लिया करते थे. साथ ही वे क्विज़ का भी हिस्सा बनते थे.
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