Success Story in Hindi: देश के लाखों स्टूडेंट्स का सपना होता है कि वे IIT की परीक्षा पास करें, लेकिन हर साल लाखों में से सिर्फ कुछ ही छात्र इसमें सफल हो पाते हैं. आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से आने वाले रामेश सूर्य तेजा ने इस सपने को साकार कर दिखाया. रामेश एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं जहां शिक्षा को बहुत महत्व दिया जाता है. उनके पिता एक सरकारी हाई स्कूल में हेडमास्टर हैं और मां फिजिक्स की टीचर हैं. इस शैक्षणिक माहौल में पले-बढ़े रामेश ने शुरुआत से ही पढ़ाई को गंभीरता से लिया और IIT टाॅपर बन गए. यहां आप IIT JEE Success Story of Ramesh Teja पढ़ें जो आपको अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगी.
Success Story: परिवार से मिला पूरा समर्थन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रामेश के पिता आर रामेश चित्तूर जिले के सरकारी हाई स्कूल में प्रधानाचार्य हैं और उनकी मां फिजिक्स टीचर हैं. इस पढ़े-लिखे माहौल ने रामेश को पढ़ाई के लिए हमेशा प्रेरित किया. घर में शिक्षा का महत्व और अनुशासन ने उन्हें कड़ी मेहनत और सफलता की राह पर डटकर चलने की सीख दी.
Success Story: JEE Mains में 290 में से 290 अंक
रामेश ने JEE Mains परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 300 में से 290 अंक प्राप्त किए और ऑल इंडिया 28वीं रैंक हासिल की. हालांकि Mains में टॉप रैंक नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. आगे बढ़ते हुए उन्होंने JEE Advanced में पहला प्रयास ही पास कर लिया और वहां All India Rank 2 हासिल की.
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कहां से की पढ़ाई? (Success Story in Hindi)
रामेश ने अपनी स्कूलिंग और इंटरमीडिएट की पढ़ाई श्री चैतन्य स्कूल एंड जूनियर कॉलेज, माधापुर (हैदराबाद) से की. यह संस्थान कई टॉपर्स तैयार करने के लिए जाना जाता है. पढ़ाई के प्रति उनकी निष्ठा और योजना के साथ की गई तैयारी का ही नतीजा रहा कि उन्होंने पहली बार में ही JEE Advanced जैसी कठिन परीक्षा में शानदार रैंक प्राप्त की.
IIT Success Story: क्या है आगे का सपना?
एक इंटरव्यू में रामेश ने बताया कि उनका सपना है कि वे भविष्य में किसी मल्टीनेशनल कंपनी के CEO बनें. उनकी सोच और अब तक की उपलब्धियां इस दिशा में मजबूत कदम साबित हो रही हैं.
प्रेरणा देने वाली कहानी (Success Story)
सिर्फ 17 साल की उम्र में रामेश की यह सफलता न सिर्फ उनकी मेहनत और लगन का परिणाम है, बल्कि उनके माता-पिता के सहयोग और अनुशासित माहौल की भी जीत है. उनकी यह कहानी देशभर के लाखों छात्रों के लिए प्रेरणादायक है.
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