Essay on Dr Ambedkar in Hindi: डाॅ. भीमराव आंबेडकर को भारत के संविधान निर्माता के रूप में जाना जाता है. उन्हें बाबा साहेब के नाम से भी जाना जाता है. डाॅ आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल को हुआ था और अब इसी दिन देशभर में बाबा साहेब की जयंती मनाई जाती है. भारत के सबसे महान विद्वानों में से एक बाबा साहेब के बारे में छात्रों से निबंध लिखने के लिए कहा जाता सकता है. इसलिए इस लेख में आप भारतीय संविधान के ‘जनक’ डाॅ. आंबेडकर पर निबंध (Essay on Dr Ambedkar in Hindi) लिखना सीखेंगे.
डाॅ आंबेडकर पर निबंध (Dr Ambedkar in Hindi)
100 शब्दों में डाॅ आंबेडकर पर निबंध (Essay on Dr Ambedkar in Hindi) इस प्रकार है-
डाॅ. भीम राव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था. आंबेडकर ने अपनी स्कूली शिक्षा सतारा में ली. जब उनका परिवार बॉम्बे चला गया तो डॉ. आंबेडकर ने एल्फिंस्टन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. बचपन से ही उन्होंने अपनी सामाजिक स्थिति को अपने जीवन की दिशा निर्धारित नहीं करने दी और वह सबसे प्रसिद्ध भारतीय व्यक्तित्वों में से एक बन गए. उन्होंने महाड सत्याग्रह (1927) जैसे महत्वपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व किया, जिसमें दलितों को सार्वजनिक जल स्रोतों तक पहुंचने और मंदिरों में प्रवेश करने के अधिकार की मांग की गई. शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति को समझते हुए, उन्होंने पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी जैसी संस्थाओं की स्थापना की और शोषितों से ज्ञान प्राप्त करने का आग्रह किया.
डाॅ आंबेडकर पर निबंध (Dr Ambedkar Essay in Hindi)
400 शब्दों में डाॅ आंबेडकर पर निबंध (Essay on Dr Ambedkar in Hindi) इस प्रकार है-
परिचय (Bhimrao Ramji Ambedkar)
डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर को बाबासाहेब आंबेडकर के नाम से जाना जाता है और वह भारतीय इतिहास के सबसे महान नेताओं में से एक थे. वे एक समाज सुधारक, अर्थशास्त्री, न्यायविद और भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता थे. सामाजिक समानता और न्याय के लिए उनके द्वारा किया गया कार्य लाखों लोगों को प्रेरित करता है.
बाबा साहेब की प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Bhimrao Ramji Ambedkar in Hindi)
डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. उन्हें कम उम्र से ही भेदभाव का सामना करना पड़ा. हालांकि वह एक होनहार छात्र थे. उन्होंने मुंबई के एलफिंस्टन कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की और अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्ययन करने चले गए, जहां उन्होंने डॉक्टरेट सहित कई डिग्रियां हासिल कीं.
डाॅ. आबेंडकर ने सामाजिक अन्याय के खिलाफ लड़ाई
डॉ. आंबेडकर ने भारत में जाति-आधारित भेदभाव को समाप्त करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने कई प्रथाओं का कड़ा विरोध किया और दलितों और हाशिए के समुदायों के अधिकारों के लिए काम किया. उनका मानना था कि शिक्षा, समानता और सामाजिक सुधार सच्ची आजादी की कुंजी हैं.
भारतीय संविधान में योगदान (Bhimrao Ramji Ambedkar History in Hindi)
डॉ. आंबेडकर का सबसे बड़ा योगदान भारतीय संविधान की डाॅफ्ट कमिटी के अध्यक्ष के रूप में था. उन्होंने एक ऐसे संविधान को तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाई जो जाति या धर्म की परवाह किए बिना सभी नागरिकों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की गारंटी देता है.
राजनीतिक करियर और विरासत (Bhimrao Ramji Ambedkar in Hindi)
डॉ. आंबेडकर ने अनुसूचित जाति संघ और बाद में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की स्थापना की. उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में भी काम किया. अपने जीवन के बाद के वर्षों में, उन्होंने जाति उत्पीड़न से दूर रहने का रास्ता तलाशते हुए लाखों अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया.6 दिसंबर 1956 को उनका निधन हो गया लेकिन उनके विचार और दृष्टि आज भी जीवित हैं. उन्हें 1990 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
उपसंहार
डॉ. बी.आर. आंबेडकर न केवल दलितों के नेता थे बल्कि एक राष्ट्रीय नायक थे जिन्होंने एक निष्पक्ष और न्यायपूर्ण भारत का सपना देखा था. उनका जीवन हमें समानता के लिए लड़ना, शिक्षा को महत्व देना और अन्याय के सामने कभी हार न मानना सिखाता है. उनकी विरासत आधुनिक भारत को आकार दे रही है.
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डॉ. भीमराव अंबेडकर पर निबंध कैसे लिखें? (Dr Ambedkar Essay)
आंबेडकर भारत के इतिहास के सबसे महान नेताओं में से एक थे. हमें भारतीय कानून और संविधान में उनके योगदान के लिए उन्हें सम्मान और श्रद्धांजलि देनी चाहिए. उनकी वजह से कई छात्र भारत में कम शुल्क पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम हैं और उन पर निबंध लिखने के लिए आपको उनके बारे में पढ़ना होगा और बताए गए फाॅर्मेट के अनुसार निबंध लिख सकते हैं.
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