Every Night With My Wife: “रिश्ता टिकाऊ है… पर नींद उधार चल रही है!”. इस टैगलाइन के साथ निर्देशक अभिनव ठाकुर अपनी नई फिल्म एवरी नाइट विद माई वाइफ (Every Night With My Wife) लेकर आ रहे हैं. हास्य और मानवीय रिश्तों की गहराई को छूती यह फिल्म शहरी दांपत्य जीवन की उन उलझनों को हल्के-फुल्के तरीके से सामने रखती है, जो आम तौर पर हमारे घरों में रोज घटती हैं. एक छोटी सी घटना से कैसे शक, तनाव और फिर प्यार और समझदारी में बदलती है, यही इस फिल्म की मूल कहानी है. फिल्म BookMyShow Stream पर स्ट्रीम हो रही है.
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शहरों में बदलते रिश्तों का आइना है यह फिल्म
इस फिल्म में एफटीआईआई (FTII) से प्रशिक्षित अभिनेता धर्मेंद्र कुमार और बंगाली अदाकारा अमृता हलदर मुख्य किरदार निभा रहे हैं. कहानी है एक शादीशुदा कपल अक्षय और अंजना की. उनकी जिंदगी में एक दिन अचानक उस समय तूफान आ जाता है, जब एक महिला का निजी परिधान उनके बेडरूम में मिलती है. अक्षय सफाई देता है, अंजना शक करती है. लेकिन, फिर शुरू होती है एक ऐसी यात्रा, जहां हंसी भी है, तकरार भी है और अंततः प्यार की जीत भी.
धर्मेंद्र-अमृता की जोड़ी में दिखेगी सच्ची केमिस्ट्री
प्रभात खबर से बातचीत में अभिनव कहते हैं कि, धर्मेंद्र कुमार मेरी फिल्म लीगल बाबा (Legal Baba) में भी थे. वे बेहद समर्पित और संवेदनशील अभिनेता हैं. वहीं, अमृता हलदर में मुझे वह नजाकत और दृढ़ता मिली, जो अंजना के किरदार के लिए जरूरी थी. दोनों कलाकारों ने वर्कशॉप और रिहर्सल के दौरान जो मेहनत की, उसका असर फिल्म में साफ नजर आएगा. निर्देशक मानते हैं कि फिल्म सिर्फ हंसी-मजाक नहीं, बल्कि रिश्तों के बदलते समीकरण और डिजिटल युग में आपसी समझ की चुनौतियों को भी दर्शाती है.
हर कपल इस कहानी से खुद को जोड़ पाएगा
फिल्म में अक्षय का किरदार निभा रहे धर्मेंद्र कुमार कहते हैं कि यह फिल्म सिर्फ एक कपल की कहानी नहीं, हर उस इंसान की कहानी है जो प्यार में है, शादी में है और रोजमर्रा की जिंदगी में रिश्तों को निभा रहा है. यह किरदार मेरे लिए कॉमेडी और इमोशन का सुंदर मिश्रण था. उन्होंने कहा कि हर कपल इस कहानी से खुद को जोड़ पाएगा. आज जब हर चीज डिजिटल हो गई है, तो रिश्ते निभाना आसान नहीं रहा. इस फिल्म में शक से शुरू हुई कहानी कैसे भरोसे और आत्मीयता में बदलती है, यह देखने व समझने को मिलेगी.
बैंक की नौकरी छोड़ बिहार के मुद्दों को उठा रहे हैं स्क्रीन पर
बिहार के बेगूसराय से ताल्लुक रखने वाले अभिनव ठाकुर की कहानी खुद में एक फिल्म जैसी है. वे 8वीं कक्षा में मुंबई आए, बैंक की नौकरी की, और फिर दोस्तों से उधार लेकर अपनी पहली शॉर्ट फिल्म ‘रामकली’ और ‘रेडियो’ बनाई. बाद में एफटीआईआई (FTII) में दाखिला लिया और पूरी तरह फिल्म निर्माण में कूद पड़े. बता दें कि, भिखारी ठाकुर के लौंडा नाच पर आधारित फिल्म द लिपस्टिक ब्वाय (The Lipstick Boy) से अभिनव को बड़ा ब्रेक मिला. बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर फिल्म की सराहना की थी.
साथ ही, वे इस फिल्म का हिस्सा भी रहे. यह फिल्म दिखाती है कि जब एक पुरुष मंच पर महिला का रूप धारण कर नाचता है, तो उसे अपने ही घर-परिवार और समाज के तीखे सवालों का सामना करना पड़ता है. लोग उसे संदेह और तिरस्कार की निगाह से देखते हैं. उसकी पहचान, संघर्ष और आत्मसम्मान के बीच जो टकराव होता है, वही इस कहानी की आत्मा रही. इस संवेदनशील विषय को प्रभावी ढंग से चित्रित करने के लिए बिहार सरकार ने वर्ष 2023 में निर्देशक को सम्मानित किया.
बिसाही और लीगल बाबा जैसी फिल्मों से भी चर्चा में
अभिनव ठाकुर की आने वाली फिल्में ‘बिसाही’ और ‘लीगल बाबा’ भी चर्चा में हैं. बता दें कि, ‘बिसाही’ डायन प्रथा पर आधारित हॉरर सोशल ड्रामा है, जिसकी शूटिंग गुजरात, मुंबई और राजस्थान में हुई है. वहीं, लीगल बाबा चाय और चुनावी चर्चा जैसे विषयों को कॉमिक अंदाज में पेश करती है. इसके अलावा, पर्दे पर द बॉबी स्कैंडल (the bobby scandal) के नाम से बॉबी हत्याकांड पर भी वे एक फिल्म बना रहे हैं. मालूम हो कि, वर्ष 1983 में बिहार की राजनीति को हिला देने वाला एक हत्याकांड सामने आया था, जिससे जगरनाथ मिश्रा सरकार संकट में पड़ गई थी. करीब 50 विधायकों ने सीबीआई जांच की मांग की थी.
फिल्म निर्देशक अभिनव ठाकुर (Movie Director Abhinav Thakur) ने अपनी फिल्म के संबंध में विशेष बातचीत की है. पढ़ें प्रमुख अंश…

Q. फिल्म Every Night With My Wife की कहानी की प्रेरणा कहां से मिली? क्या यह किसी सच्ची घटना या अनुभव से जुड़ी है?
– द लिपस्टिक ब्वाय, बिसाही और लीगल बाबा जैसी गंभीर फिल्मों के बाद मैं कुछ हल्का-फुल्का और शहरी माहौल पर आधारित प्रोजेक्ट करना चाहता था, जिसे मैं मुंबई में शूट कर सकूं. इसी दौरान मेरे पास फिल्म के लेखक यश गुरय आए और उन्होंने यह कहानी सुनाई. मुझे यह कहानी बहुत पसंद आई. क्योंकि, यह मेरे लिए एक नया जोन था. कुछ ऐसा जो मैंने पहले नहीं किया था. यह फिल्म किसी सच्ची घटना पर आधारित नहीं है, यह एक फिक्शनल ड्रामा है.
Q. फिल्म में हास्य के साथ सामाजिक व्यंग्य भी दिखाया गया है. दोनों के बीच संतुलन कैसे बनाए रखा?
– फिल्म में दिखाए गए हर पहलू को मेरी पूरी टीम चाहे वो कास्ट हो या क्रू सभी ने अपने-अपने अनुभव और दृष्टिकोण से संवारा है. हम सबने मिलकर छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा ताकि, फिल्म में हंसी के साथ-साथ एक ठोस संदेश भी रहे. आज के डिजिटल युग में जहां रिश्तों को निभाना एक चुनौती बन गया है. वहीं, इस फिल्म के जरिए हमने दिखाने की कोशिश की है कि एक सच्चा रिश्ता बनाना और उसे बनाए रखना कितना मुश्किल है. यह कहानी हर उस कपल की है जो आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक-दूसरे को समझने की कोशिश कर रहा है.
Q. धर्मेंद्र कुमार और अमृता हलदर जैसे कलाकारों को चुनने के पीछे आपकी सोच क्या थी? क्या ये पहले से तय थे?
– धर्मेंद्र कुमार मेरी अगली फिल्म लीगल बाबा में भी काम कर चुके हैं. वो FTII से हैं और मेरा वहां से पुराना जुड़ाव रहा है, तो एक सहजता रहती है. धर्मेंद्र अपने किरदार और क्राफ्ट को लेकर बहुत गंभीर और फोकस्ड हैं. वहीं, अमृता हलदर एक बेहतरीन अदाकारा हैं, और मुझे फिल्म में एक बंगाली लड़की की जरूरत थी. दोनों ही कलाकार समय पर वर्कशॉप्स और रिहर्सल्स करते थे और सेट पर एक सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखते थे. इस फिल्म में विनोद सूर्यवंशी और पूनम मोर्या भी खास भूमिकाओं में नजर आएंगे, जो कहानी को एक नया मोड़ देंगे और दर्शकों के लिए फिल्म का आकर्षण बढ़ाएंगे.
Q. इस फिल्म को निर्देशित करना आपके लिए कैसा अनुभव रहा? कोई ऐसा पल जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे?
– फिल्म की कास्टिंग एक चुनौती थी, क्योंकि कई लोगों ने फिल्म का नाम सुनकर इसे ‘बोल्ड’ मान लिया और प्रतिक्रिया दी. इसके अलावा हमें एक खास तरह का बिल्डिंग और फ्लैट सेटअप चाहिए था, जिसकी तलाश में थोड़ा वक्त लग गया. लेकिन जब टीम अच्छी हो, तो शूट मजेदार हो जाता है. सबसे यादगार पल वो था जब हमने एक सीन के बाद एक्टर्स को रसगुल्ला ऑफर किया और हमारे अभिनेता धर्मेंद्र कुमार ने एक के बाद एक आठ रसगुल्ले खा लिए, वो भी टेक के बाद छिप-छिपाकर. ये टीम के लिए एक मजेदार और यादगार लम्हा था.
Q. फिल्म की कहानी क्या है? दर्शकों को यह फिल्म क्यों देखनी चाहिए?
– यह फिल्म आज के हर पति-पत्नी या रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्ति की कहानी है. हमने यह दिखाने की कोशिश की है कि कैसे एक रिश्ते को निभाना और ईमानदारी से साथ चलना आज के समाज में एक बड़ी चुनौती बन चुका है. फिल्म में कॉमेडी है, लेकिन साथ ही एक गहरी बात भी छुपी है, जो हर दर्शक को सोचने पर मजबूर कर देगी.