Ramayana: रामानंद सागर की ‘रामायण’ (1987) में अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया ने श्रीराम और माता सीता के किरदारों को इतने जीवंत रूप में निभाया था कि आज भी लोग उन्हें उन्हीं रूपों में याद करते हैं. अब जब नितेश तिवारी की नई ‘रामायण’ 2026 में दिवाली के मौके पर रिलीज होने जा रही है, तो हर तरफ चर्चा का विषय है कि पुराने कलाकारों को इसमें कितनी जगह मिली है.
इस बीच टीवी पर मां सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने रणबीर की ‘रामायण’ में अरुण गोविल के दशरत का रोल करने पर नाराजगी जाहिर की है. आइए बताते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा है.
‘किसी किरदार की इमेज तोड़ना…’
दीपिका चिखलिया ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि अरुण गोविल, जो पहले श्रीराम बने थे, अब नितेश तिवारी की रामायण में राजा दशरथ का रोल निभा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘उन्हें (अरुण गोविल को) राम के अलावा किसी दूसरे किरदार में देखना… पता नहीं, क्या बोलूं. मैंने हमेशा उन्हें राम के किरदार में ही देखा है और खुद को माता सीता के किरदार में.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे लिए उन्हें राजा दशरथ के किरदार में देखना, मेरी समझ के बाहर है. लेकिन, मुझे लगता है कि ये अरुण गोविल जी की अपनी चॉइस है. लोग कैसा महसूस करेंगे, उन्हें दशरथ बने देखना, ये बहुत ही पर्सनल फीलिंग होगी. किसी किरदार की इमेज तोड़ना बेहद मुश्किल होगा। अगर आपने राम का किरदार निभाया है तो आप राम ही हैं.’
“मुझसे कभी संपर्क नहीं किया गया”
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में दीपिका चिखलिया ने बताया कि उन्हें नितेश तिवारी की रामायण में किसी भी भूमिका के लिए कभी कॉन्टेक्ट नहीं किया गया. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि उन्होंने मुझसे बात करने की भी जहमत नहीं उठाई.”
उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि वो रामायण में अब कोई और किरदार नहीं निभाना चाहतीं, क्योंकि माता सीता का किरदार उनके लिए हमेशा खास रहेगा.
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