Health Tips: भारत में डायबिटीज (मधुमेह) तेजी से पैर पसार रहा है. वर्तमान में देश में लगभग आठ करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं. इसी कारण भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाने लगा है. विशेषज्ञों की मानें, तो जिस तीव्र गति से डायबिटीज लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है, उसे देखते हुए आशंका है कि कहीं भारत में यह बीमारी महामारी का रूप धारण न कर बैठे. ऐसे में हमें मधुमेह को लेकर काफी सतर्क व जागरूक रहने की आवश्यकता है. मधुमेह के शुरुआती लक्षणों की यदि पहचान हो जाए, तो समय रहते हम अपने आहार व जीवनशैली, दोनों में सुधार कर इस बीमारी से बच सकते हैं. जानते हैं विशेषज्ञ से मधुमेह होने के कारणों व लक्षणों के बारे में.
प्रो महेश व्यास
डीन पीएचडी, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद, दिल्ली
आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज या मधुमेह मुख्यतः वात दोष की प्रधानता से होता है, परंतु कफ और पित्त का असंतुलन भी इसका कारण बन सकता है. मधुमेह केवल एक शारीरिक रोग नहीं है, यह जीवनशैली, आहार और मानसिक तनाव से भी जुड़ा होता है. आयुर्वेद इसे समग्र दृष्टिकोण से देखता है जिसमें औषधियों के साथ-साथ योग, ध्यान और संतुलित दिनचर्या बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. जीवनशैली संबंधित रोग आमतौर पर शारीरिक गतिविधियों की कमी, अस्वास्थ्यकर भोजन, तनावपूर्ण जीवन, शराब और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के कारण उत्पन्न होते हैं.
डायबिटीज होने के कुछ प्रमुख कारण
- एक जगह पर बैठे रहने की आदत होना, अधिक मात्रा में मीठा, भारी व तैलीय भोजन करना.
- अत्यधिक सोने की आदत.
- दही इत्यादि से बने खाद्य पदार्थों का अत्यधिक तथा बारंबार सेवन करना.
- मांसाहार का सेवन करना.
- अत्यधिक मात्रा मे दूध का सेवन करना.
- नयी फसल या ताजा उगाये हुये अनाज का सेवन करना.
- गुड या शक्कर से बनी विभिन्न खाद्य पदार्थों का सेवन करना.
- मानसिक तनाव और चिंता.
- वंशानुगत, यानी परिवार में यदि किसी को, जैसे माता-पिता, दादा-दादी आदि, डायबिटीज है, तो व्यक्ति के इस बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है.
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डायबिटीज के शुरुआती अवस्था में दिखनेवाले लक्षण
- अत्यधिक पसीना आना, शरीर से गंध आना, अंगों का शिथिल होना तथा सोने में, बैठने में, स्वप्न देखने में आनंद आना.
- बाल और नाखून का तेजी से बढ़ना.
- मुख और तालू का सूखना, मुंह में मीठा स्वाद महसूस होना, ठंडी चीजें अच्छी लगना.
- हाथ-पैरों में जलन तथा झनझनाहट महसूस होना.
- मूत्र संबंधी रोग उत्पन्न होना.
डायबिटीज के प्रमुख लक्षण
कई बार व्यक्ति को लंबे समय तक पता ही नहीं चल पाता कि वह डायबिटिक हो चुका है. ऐसे में निम्न लक्षणों की सहायता से बीमारी की पहचान की जा सकती है.
पेशाब अधिक होना डायबिटीज का प्रमुख लक्षण होता है. इसके साथ ही डायबिटीज होने पर रोगी को अत्यधिक थकान मह्सूस होती है. ऐसे रोगियों को अत्यधिक भूख और प्यास दोनों ही लगती है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.