Parenting Tips: जन्म लेने के बाद से कुछ महीनों तक बच्चें सिर्फ मां के दूध पर निर्भर करते हैं. उनके पूरे शरीर को पोषक तत्व को मां का दूध ही पूरा करता है लेकिन जब बछे 5- 6 महीने के होते हैं तो उनका अन्नप्राशन किया जाता है. इसके बाद से उन्हें मां के दूध के साथ-साथ सालिड फूड भी देना शुरू कर देते हैं. ताकि बच्चों के बढ़ती उम्र के साथ उनके शरीर को जरूरत के हिसाब से सभी पोषक तत्व मिलेंगे. ऐसे में पहली बार पैरेंट्स बनने के बाद लोग कई बार बहुत कन्फ्यूज हो जाते हैं कि कौन स खाना बच्चों को पसंद आएगा कौन सा नहीं. कई बार ये भी होता है कि उनके सेहत को लेकर भी मां-बाप परेशान हो जाते हैं. इस आर्टिकल में आज जानते हैं कि बच्चें को क्या देना चाहिए।
दाल का पानी देना
अक्सर ऐसा होता है घर में छोटे बच्चों को लोग डाल का पानी और चावल का पानी पिलाते हैं, लेकिन दाल का पानी से बच्चों का पेट जरूर भर जाता हैं. बच्चों को जरूरी पोषक तत्व मिलने चाहिए वो नहीं मिल पाते हैं. इसलिए बच्चों को दाल का पानी नहीं डाल और चावल का प्यूरि बनाकर देना चाहिए. जिससे उनका पेट भी भरता है और उन्हें जरूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं.
फलों का जूस देना
बच्चों को फलों के जूस के बदलें पूरा फल देना चाहिए. बच्चों को फलों का रस पिलाने से कई बार पूरा फाइबर नहीं मिल पाता है. इसलिए बच्चों को पूरा फल खिलाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Latest Mehndi Design: नई-नवेली दुल्हन लगाएं ये मेहंदी के डिजाइन, साजन जी हो जाएंगे दीवाने
बच्चे को नमक या चीनी देना
एक साल से छोटे बच्चों को अगर नमक दिया जाता है तो इससे उसकी किडनी प्रोसेस नहीं कर पाती है. इससे बच्चे की सेहत खराब होती है. अगर बच्चों को चीनी दिया जाए तो उनके दांत खराब हो सकते हैं. इस उम्र में बच्चों के टेस्ट बड्स डेवलप होते हैं. इसलिए बच्चों को को चीनी और नमक की जगह उसका कोई आल्टरनेटिव चीज खाने के लिए दे सकते हैं।
जंक फूड और कोल्ड ड्रिंक देना
बच्चों के पैरेंट्स को ये चीज जरूर ध्यान देना चाहिए कि कैसे आप बच्चों को कोल्ड ड्रिंक और जंक फूड से दूर रखा जाए. जंक फूड की आदत एक बार लगने के बाद कोई भी इसे आसानी से छोड़ नहीं सकता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.