Chanakya Niti for Pregnancy: गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जब महिला न सिर्फ अपने शरीर बल्कि अपने आने वाले शिशु के भविष्य को भी आकार दे रही होती है. इस दौरान हर छोटी-बड़ी चीज का असर बच्चे की सेहत, व्यवहार और मानसिक विकास पर पड़ता है. ऐसे में आचार्य चाणक्य की एक नीति आज भी उतनी ही सार्थक और प्रभावी है जितनी प्राचीन काल में थी.
Acharya Chanakya Quotes: आचार्य चाणक्य के अनमोल विचार
दीपक अंधकार को दूर करता है और काजल उत्पन्न करता है. उसी प्रकार मनुष्य जैसा अन्न खाता है, वैसी ही संतान उत्पन्न होती है.
– आचार्य चाणक्य
गर्भवती महिलाओं के लिए अमूल्य है चाणक्य की यह नीति – जानिए क्यों
चाणक्य कहते है कि भोजन केवल पेट भरने का माध्यम नहीं, बल्कि वह ऊर्जा है जो नई ज़िंदगी को गढ़ती है. गर्भवती महिला जो भी खाती है, उसका सीधा प्रभाव शिशु के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है.
जैसे दीपक अंधकार को दूर करता है लेकिन उसके साथ-साथ काजल भी बनता है, वैसे ही हर चीज के दो पहलू होते हैं. गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक आहार जहां एक स्वस्थ संतान की नींव रखता है, वहीं जंक फूड, अत्यधिक तला-भुना या रासायनिक रूप से संरक्षित खाना गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है.
नोट- गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार का डाइट परिवर्तन डॉक्टर की सलाह से ही करें. यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है.
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.