Curd Setting Tips In Monsoon: दही कई भारतीय घरों में एक ज़रूरी चीज़ है—ताज़ा, पौष्टिक और रोज़मर्रा के खाने का एक बेहतरीन साथी. लेकिन मानसून के मौसम में, घर पर दही जमाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. ठंडा तापमान और ज़्यादा नमी अक्सर किण्वन प्रक्रिया को धीमा कर देती है, जिसके परिणामस्वरूप दही पानीदार, पतला या बिल्कुल नहीं जमता. कुछ आसान सुझावों और सही परिस्थितियों के साथ, आप बारिश के दिनों में भी गाढ़े, मलाईदार घर के बने दही का आनंद ले सकते हैं. इस आर्टिकल में, हम आपको मानसून के दौरान दही को पूरी तरह से जमाने में मदद करने के लिए कुछ आसान और असरदार तरीके बताएँगे—चाहे मौसम कैसा भी हो.
मानसून में दही जमाने के टिप्स:
गर्म दूध का इस्तेमाल करें :
दूध को उबालें और गुनगुना होने तक ठंडा होने दें.
अगर दूध ज़्यादा गरम है, तो यह स्टार्टर में मौजूद बैक्टीरिया को मार सकता है.
एक अच्छा स्टार्टर डालें:
स्टार्टर के तौर पर ताज़ा, गाढ़ा दही इस्तेमाल करें
इसे गुनगुने दूध में अच्छी तरह मिलाएँ.
इसे गर्म जगह पर रखें:
कटोरे को किसी गर्म, बंद जगह पर रखें – जैसे ओवन के अंदर (बंद), या इसे किसी मोटे कपड़े से लपेट दें.
आप इसे गर्माहट के लिए गैस स्टोव के पास या फ्रिज के ऊपर भी रख सकते हैं.
मिट्टी या चीनी मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करें:
ये तापमान बनाए रखने और अतिरिक्त नमी सोखने में मदद करते हैं, जिससे दही गाढ़ा बनता है.
कंटेनर को पहले से गरम करें (वैकल्पिक):
दूध डालने से पहले कंटेनर को थोड़ा गरम कर लें
जमाते समय हिलाएँ नहीं:
एक बार मिलाने के बाद, कम से कम 6-8 घंटे तक कटोरे को न हिलाएँ.
सही समय पर जमाएँ:
मानसून में, दही को जमने में 8 से 12 घंटे लग सकते हैं – इसे दिन में जमाएँ जब तापमान थोड़ा गर्म हो.