23.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान जा रहे प्रयागराज? जरूर घूमें ये जगहें

Mahakumbh 2025: सनातन धर्म में महाकुंभ का विशेष महत्व होता है. ऐसे में अगर आप भी महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो इन जगहों पर आपको जरूर घूमना चाहिए.

Mahakumbh 2025: प्रयागराज उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक और धार्मिक शहर है, जो अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. यह गंगा, यमुना तथा गुप्त सरस्वती नदियों के संगम पर स्थित है. संगम स्थल को त्रिवेणी नदी कहा जाता है और यह हिंदुओं के लिए विशेष पवित्र स्थल है. यह आर्टिकल उन लोगों के लिए काफी काम की होने वाली है जो इस साल महाकुंभ में शामिल होने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं. आज हम आपको प्रयागराज के उन प्रमुख घूमने की जगहें के बारे में बताएंगे जिन्हें आपको जरूर देखना चाहिए.

त्रिवेणी संगम

यह वह स्थान है जहां गंगा, यमुन और सरस्वती नदियां मिलती हैं.यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है और यहां स्नान करने का विशेष महत्व है. कहा जाता है कि यहां स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और पुनर्जन्म के चक्र से मुक्ति मिलती है. त्रिवेणी संगम, ऐतिहासिक कुंभ मेले का स्थल है जो हर 12 साल में आयोजित होता है.

ट्रैवल से जुड़ी ट्रेंडिंग खबरें यहां पढ़ें

ये भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में होटल की नो टेंशन, श्रद्धालुओं के लिए IRCTC ने बनायी टेंट सिटी, जानें किराया

ये भी पढ़ें: Train Rules For Night Journey: रातों में करते है ट्रेन का सफर, तो जरूर जानिए ये 4 नियम

प्रयागराज किला (इलाहाबाद किला)

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जो मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा 1583 में बनवाया गया था. यह किला प्रयागराज शहर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है.

प्रयागराज मेला (कुम्भ मेला)

अगर आप जा रहे है प्रयागराज, तो यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है. यहां लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने आते हैं. यह मेला हर 12 साल में आयोजित होता है. तो इस मेले पर जाना न भूले.

लेटे हनुमान मंदिर, प्रयागराज

यह सम्पूर्ण भारत का एकमात्र मंदिर है, जिसमें हनुमान जी की प्रतिमा लेटी हुई मुद्रा में हैं. यह प्रतिमा लगभग 20 फीट लंबी है. कहा जाता है कि, जब भगवान राम अपने विजय के बाद अयोध्या लौट रहे थे, तब उन्होंने संगम तट पर विश्राम किया था. इस दौरान हनुमान जी भी उनके साथ थे जो थकान के कारण यहां लेट गए थे. तभी से उनकी यह प्रतिमा इसी अवस्था में स्थापित है. इनपुट: प्रिया गुप्ता

ये भी पढ़ें: Travel Tips: भारत में ही नहीं विदेश की भी करें भारतीय रेलवे से सैर, जानें किस देश की कर सकते हैं यात्रा

Saurabh Poddar
Saurabh Poddar
Digital Media Journalist having more than 2 years of experience in life & Style beat with a good eye for writing across various domains, such as tech and auto beat.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel