Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा एक ऐसे दिव्य संत थे, जिनका नाम लेते ही मन श्रद्धा से भर जाता है. आज इस भौतिक संसार में भले ही वे जीवित नहीं हैं, लेकिन उनके विचार आज भी भक्तों और अनुयायियों के मन में जिंदा हैं. वे सिर्फ एक साधु नहीं, बल्कि अपने भक्तों के लिए ईश्वर के साक्षात स्वरूप थे. हनुमान जी के प्रति उनकी भक्ति इतनी गहरी थी कि लोग उन्हें हनुमान का अवतार मानने लगे. उनका आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है, जो कि कैंची धाम नाम के जाना जाता है. उनके दर्शन के लिए भारत ही नहीं, दुनिया भर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन और आशीर्वाद के लिए आते हैं. यहां विदेशों से भी कई बड़ी हस्तियां आ चुकी हैं. बाबा का पूरा जीवन सादगी, सेवा, करुणा और प्रेम से भरा था. ऐसे में आइए उनके कुछ विचारों को जानते हैं, जो कि मनुष्य को जीवन में आगे बढ़ने में मदद करेगी. ये विचार कठिन से कठिन दौर में भी इंसान के लिए प्रेरणा का स्रोत बनती हैं.
प्रेम ही सबसे बड़ा धर्म
नीम करोली बाबा के अनुसार, जाति, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर, सिर्फ प्रेम ही बांटो, क्योंकि यही ईश्वर का असली रूप है.
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सेवा ही सबसे बड़ी पूजा
नीम करोली बाबा के मुताबिक, इस भौतिक संसार में जरूरतमंदों की सेवा करना ही भगवान की सच्ची पूजा है. सेवा भाव से ही मनुष्य इस भवसागर से पार पा सकता है.
सबका भला करो
नीम करोली बाबा कहते थे कि सेवा और प्रेम ही जीवन का असली मकसद है. ऐसे में दूसरों के लिए अच्छा सोचो, क्योंकि वही तुम्हारे पास लौटकर वापस आएगा. इसलिए जीवन का उद्देश्य सबका भला करो और किसी का बुरा मत सोचो होना चाहिए.
जो होना है, वो होकर रहेगा
नीम करोली बाबा के अनुसार, मनुष्य को चिंता नहीं करना चाहिए, क्योंकि सब कुछ ईश्वर की मर्जी से होता है. ऐसे में इंसान को सिर्फ समर्पण और धैर्य की भावना रखनी चाहिए.
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