Neem Karoli Baba: भारत के महान संत नीम करोली बाबा आज भी करोड़ों भक्तों के दिलों में आस्था और प्रेम के रूप में जीवित हैं. भले ही वे अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी बातें, विचार और उनकी आध्यात्मिक शक्ति आज भी लोगों को सही राह दिखाती है. उत्तराखंड के नैनीताल जिले में उनका एक पवित्र आश्रम है – कैंची धाम. ये जगह अब एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बन गई है, जहां हर साल हजारों भक्त बड़ी श्रद्धा से आते हैं. जो भी व्यक्ति नीम करोली बाबा के बताए रास्ते पर चलता है, उसे मन की शांति, सुकून और सकारात्मक सोच मिलती है. जो लोग नीम करोली बाबा को मानते हैं, उन्हें जीवन में एक बार जरूर कैंची धाम जाकर दर्शन करना चाहिए. ऐसे में आज हम आपको कैंची धाम जाने के दौरान क्या करना चाहिए और क्या गलती नहीं करना चाहिए उसके बारे में बताएंगे.
कैंची धाम जाते समय इन चीजों से बचें
- अगर नीम करोली बाबा का आशीर्वाद चाहते हैं, तो घर के बड़े-बुजुर्गों की तौहीन नहीं करनी चाहिए. कैंची धाम जाते समय उनकी पैर छूकर आशीर्वाद लेकर ही घर से बाहर निकलें.
- कैंची धाम जाते समय रास्ते में मांस-मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए. ऐसे में नीम करोली बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए.
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- कैंची धाम यात्रा के दौरान अगर आपके सामने कोई दुखियारा जैसे- दिव्यांग, गरीब और जरूरतमंद दिख जाए, तो उनका उपहास नहीं उड़ाना चाहिए. अपने जरूरत के हिसाब से उनकी मदद करनी चाहिए.
- अगर आप नीम करोली बाबा के दर्शन के लिए कैंची धाम जा रहे हैं, तो रास्ते में किसी तरह के विवाद, लड़ाई-झगड़े में नहीं फंसना चाहिए. मन को एकदम शांत रखकर ही कैंची धाम पहुंचना चाहिए.
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