Sadhguru: क्या आपने कभी सोचा है कि हमारा मन ही हमारे जीवन को नरक या स्वर्ग बना सकता है? आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु का कहना है कि इंसान की सोच और जीवन जीने की आदत ही तय करती है कि वो हर दिन स्वर्ग में जी रहा है या नरक में. सद्गुरु के इस गहरे विचार को समझना आज की तनाव भरी जिंदगी में बेहद जरूरी है.
Sadhguru : सद्गुरु के मोटिवेशनल कोट्स
जिन लोगों ने अपने भीतर नरक बना लिया है, वे स्वर्ग जाने की कामना करते हैं. और जिन्होंने अपने भीतर स्वर्ग रच लिया है, वे चाहे दुनिया के किसी भी कोने में चले जाएं, हर जगह अच्छे से रहते हैं, उन्हें वहीं स्वर्ग की अनुभूति हो जाती है.
– सद्गुरु
सद्गुरु जग्गी वासुदेव के विचार न केवल जीवन को गहराई से समझने का दृष्टिकोण देते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि कैसे एक साधारण आदत आपके जीवन की दिशा बदल सकती है. उनका कहना है कि हमारी सोच और दृष्टिकोण ही हमारे अनुभवों की नींव हैं.
सद्गुरु की इस बात का सार यही है कि स्वर्ग या नरक कोई भौतिक स्थान नहीं, बल्कि मानसिक स्थिति है. जो व्यक्ति नकारात्मक सोच, क्रोध, जलन और निराशा को अपने भीतर पाले रहता है, वह स्वयं के लिए एक मानसिक नरक तैयार करता है. वहीं जो व्यक्ति संतोष, कृतज्ञता, प्रेम और शांति को अपनी आदत बना लेता है, वह हर परिस्थिति में सुखद अनुभव करता है.
अगर आप चाहते हैं कि जीवन में शांति, आनंद और संतुलन बना रहे, तो सबसे पहले अपने भीतर झांकिए. खुद को सकारात्मक ऊर्जा से भरना शुरू कीजिए.
सद्गुरु के अनमोल विचार
Sadhguru Quotes : कैसे बनाएं जीवन को स्वर्ग
- रोज ध्यान या मेडिटेशन करें.
- हर स्थिति में सकारात्मक पक्ष देखें.
- शिकायत की जगह कृतज्ञता व्यक्त करें.
- खुद से और दूसरों से प्रेम करें.
- स्वस्थ दिनचर्या और सोच को अपनाएं.
जब इंसान अपनी आदतों और सोच को सकारात्मक बना लेता है, तो वह जहां भी होता है, वहीं उसे स्वर्ग जैसा लगता है. यही सद्गुरु का संदेश है – “स्वर्ग बाहर नहीं, भीतर है.”
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Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.