Skin Moisture in Monsoon: मानसून का मौसम अपने साथ ठंडक और ताजगी तो लाता है, लेकिन साथ ही बढ़ी हुई नमी (Humidity) की वजह से स्किन पर चिपचिपाहट भी महसूस होने लगती है. यह परेशानी केवल चेहरे तक सीमित नहीं होती, बल्कि हाथ, गर्दन, पीठ और अन्य बॉडी पार्ट्स में भी स्किन चिपचिपी हो जाती है. कई बार यह चिपचिपाहट बैक्टीरिया को जन्म देती है और पिंपल्स जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं.
Skin Moisture in Monsoon: 3 आसान स्किन केयर टिप्स जो मानसून में चिपचिपाहट को कहेंगे Bye-Bye!
1. ऑइली मॉइस्चराइजर के इस्तेमाल से बचें

मानसून के मौसम में स्किन पर पहले से ही नमी बनी रहती है, ऐसे में अगर आप ऑइली बेस्ड मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करते हैं, तो वह स्किन को और ज्यादा चिपचिपा बना देता है. इससे स्किन के पोर्स बंद हो सकते हैं और पिंपल्स की समस्या बढ़ सकती है.
क्या करें-
इसके बजाय जेल-बेस्ड या वॉटर-बेस्ड मॉइस्चराइजर चुनें जो स्किन को हाइड्रेट तो करें लेकिन अतिरिक्त ऑयल न छोड़ें.
2. हल्की व लाइटवेट क्रीम लगाएं

भारी और थिक टेक्सचर वाली क्रीम्स मानसून के मौसम में स्किन पर टिकती नहीं हैं और पसीने के साथ बह जाती हैं. इससे स्किन पर एक परत सी महसूस होती है, जो काफी परेशान करती है.
क्या करें:
लाइटवेट और नॉन-कॉमेडोजेनिक (non-comedogenic) क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करें. ये स्किन में जल्दी अब्जॉर्ब हो जाते हैं और नमी को लॉक करते हैं बिना चिपचिपाहट के.
3. एंटी-बैक्टीरियल टैल्क पाउडर का इस्तेमाल करें

बारिश में जब बॉडी पर नमी अधिक बनी रहती है, तो फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है, खासकर अंडरआर्म्स, थाई्स, गर्दन और ब्रेस्ट एरिया में.
क्या करें:
इन एरियाज में नहाने के बाद हल्का एंटी-बैक्टीरियल या मेडिकेटेड टैल्क पाउडर लगाएं. यह न केवल स्किन को फ्रेश बनाएगा, बल्कि अतिरिक्त नमी को सोखकर फंगल इन्फेक्शन से भी बचाएगा.
मानसून में स्किन की देखभाल करना बेहद जरूरी है क्योंकि यह मौसम स्किन को चिपचिपा और असहज बना देता है. अगर आप इन आसान और असरदार उपायों को फॉलो करते हैं तो स्किन को रख सकते हैं साफ, फ्रेश और हेल्दी. तो अब से स्किन की चिपचिपाहट को कहिए अलविदा और मानसून का मज़ा लीजिए बिना किसी परेशानी के.
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