ABVP: राष्ट्र निर्माण में छात्रों का अहम योगदान होता है. विद्यार्थी परिषद हमारा है इस भावना से सभी को काम करना चाहिए. देश में कुछ परिवर्तन आ रहा है. वैश्विक स्तर पर भी बदलाव हो रहा है और दुनिया इस बदलाव के दौर में भारत की ओर देख रही है. वैश्विक स्तर पर देशों ने कई समस्याओं का समाधान करने के लिए कई रास्ते तलाशे, लेकिन समस्या कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है. ऐसे में इन समस्याओं का समाधान भारत की परंपरागत ज्ञान में दिख रहा है. खुशी की बात है कि देश का युवा भारत को खुशहाल और बेहतर बनाने की दिशा में सोच रहा है. उक्त बातें देश के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(एबीवीपी) के राष्ट्रीय कार्यालय का उद्घाटन करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कही.
संघ प्रमुख ने कहा कि दिल्ली जैसी जगह में एक महत्वपूर्ण जगह पर एक बेहतर कार्यालय बनाना संगठनों के लिए बहुत कठिन काम है. ऐसे में ऐसा कार्यालय बनाना एक उपलब्धि है. विभिन्न संप्रदाय और जातियों के लोग विश्व कल्याण के लिए काम करते हैं. दुनिया में कई देश है, लेकिन कुटुंब एक है. हम एक देश एक इंसान हैं. हम एक राष्ट्र है. भारत दुनिया के दूसरे देशों से काफी अलग है. इस मौके पर एबीवीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर राजशरण शाही ने कहा कि एबीवीपी के राष्ट्रीय राजधानी कार्यालय का नाम कार्यकर्ता और विद्यार्थी के जीवन को प्रभावित करने वाले यशवंतराव केलकर के नाम पर रखा गया है. यह सभी के लिए गर्व की बात है.

युवाओं में नहीं है ऊर्जा की कमी
संघ प्रमुख ने कहा कि भारत को सशक्त बनाने के लिए युवाओं में गुलामी की मानसिकता को खत्म करना होगा. मौजूदा समय में एबीवीपी के साथ 58 लाख लोग जुड़े हुए हैं. देश का युवा भारत को विकसित राष्ट्र बनाना चाहता है. इसके लिए युवाओं में जोश और जुनून की कमी है. लेकिन इस जाेश को सही दिशा देना बेहद जरूरी है. इसके लिए एकता जरूरी है. इस दौरान संघ के प्रमुख पदाधिकारी, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित संघ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
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