Air India Plane Crash AAIB Report: 12 जून को अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया प्लेन क्रैश की गुत्थी अब सुलझती नजर आ रही है. भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने इस हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के सिर्फ 32 सेकंड बाद विमान आग का गोला बन गया था. हादसे में 270 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 241 यात्री और 29 क्रू मेंबर शामिल थे. इस रिपोर्ट में पायलट की आवाज सामने आई है जिसमें साफ सुनाई दे रहा है.
कैसे हुआ हादसा?
एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 ने 12 जून को दोपहर 1:38 मिनट पर टेकऑफ किया था. लेकिन टेकऑफ के तुरंत बाद ही दोनों इंजन बंद हो गए. ब्लैक बॉक्स की रिकॉर्डिंग में यह स्पष्ट हुआ कि पहले इंजन-1 का फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चला गया और ठीक 1 सेकंड बाद इंजन-2 के साथ भी यही हुआ. इससे विमान की ईंधन आपूर्ति रुक गई और दोनों इंजन बंद हो गए.
कॉकपिट से आई आखिरी आवाजें
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज बातचीत के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने कटऑफ क्यों किया?” इस पर जवाब मिला, “मैंने नहीं किया.” इसके बाद विमान तेजी से ऊंचाई खोने लगा और हवाई अड्डे की परिधि दीवार पार करने से पहले ही नीचे गिरने लगा.
प्लेन क्यों बना आग का गोला?
हादसे के समय प्लेन के दोनों इंजन बंद हो चुके थे. ब्लैक बॉक्स और EAFR (Engine and Flight Recorder) डेटा के मुताबिक, RAT (Ram Air Turbine) सक्रिय हो गई थी, जो बताता है कि विमान की मुख्य पावर सप्लाई पूरी तरह फेल हो चुकी थी. क्रैश के बाद विमान रनवे से 0.9 नॉटिकल मील दूर एक हॉस्टल से टकराया और वहां आग लग गई.
हादसे में प्लेन के सभी यात्री और क्रू मेंबर्स में से केवल एक व्यक्ति जीवित बच पाया, जबकि हॉस्टल में मौजूद कई अन्य लोगों की भी जान चली गई.
जांच रिपोर्ट के 5 बड़े पॉइंट
- टेकऑफ के 32 सेकंड बाद दोनों इंजन बंद हो गए, फ्यूल सप्लाई कट गई थी.
- पायलटों के बीच बातचीत में फ्यूल स्विच ऑफ होने पर भ्रम की स्थिति सामने आई.
- RAT टरबाइन के एक्टिवेशन से यह साफ हुआ कि बिजली और हाइड्रॉलिक पावर पूरी तरह खत्म हो चुकी थी.
- इंजन को दोबारा चालू करने की कोशिश हुई, इंजन-1 थोड़ा रिस्पॉन्ड कर पाया, लेकिन इंजन-2 पूरी तरह फेल रहा.
- विमान सिर्फ 32 सेकंड तक हवा में रह सका और अंत में हॉस्टल से टकराकर क्रैश हो गया.