Air India Plane Crash Report : 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की उड़ान दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट शनिवार को हादसे के ठीक एक महीने बाद जारी की गई. AAIB की रिपोर्ट ने उस दुर्घटना से पहले के मिनटों और सेकंडों में क्या हुआ ? इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी गई. हादसे में 242 यात्रियों में से 241 सहित कुल 260 लोगों की जान चली गई. लेकिन इस रिपोर्ट ने कुछ रहस्यों को और भी गहरा कर दिया.
दुर्घटना का कारण क्या था?
दोनों इंजन के फ्यूल स्विच RUN से CUTOFF पोजिशन में एक के बाद एक मात्र 1 सेकंड के अंतराल में बदल गए. यह घटना विमान के उड़ान भरने के लगभग तीन सेकंड बाद हुई. इससे दोनों इंजनों को ईंधन की सप्लाई रुक गई. इससे पावर और लिफ्ट दोनों खत्म हो गए. हालांकि, रिपोर्ट यह स्पष्ट नहीं करती कि स्विच अपने आप कैसे या क्यों बदले ?
संभावित कारण जो खारिज किए गए
मौसम, बर्ड स्ट्राइक, विमान की संरचना, वजन और संतुलन, ईंधन की गुणवत्ता, इंजन में कोई खराबी इन सभी को दुर्घटना के संभावित कारणों की सूची से बाहर कर दिया गया है.
क्या पायलट जिम्मेदार थे?
इस सवाल का जवाब अभी तक स्पष्ट नहीं है. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन सप्लाई क्यों बंद की, जिस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया. यह एक महत्वपूर्ण संकेत है, जो दर्शाता है कि फ्यूल कट-ऑफ शायद अनजाने में हुआ हो.
कॉकपिट में क्या हुआ था?
जब विमान उड़ान भर रहा था, तब फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर पायलट की सीट पर थे जबकि कैप्टन सुमीत सभरवाल निगरानी कर रहे थे. रिपोर्ट में दोनों के बीच हुई बातचीत को इस तरह प्रस्तुत किया गया है: “एक पायलट दूसरे से पूछता है – तुमने फ्यूल क्यों कटऑफ किया? दूसरे पायलट ने जवाब दिया – मैंने ऐसा नहीं किया.”
क्या क्रू विमान को बचा सकता था?
पायलटों ने विमान को बचाने की पूरी कोशिश की. फ्यूल कटऑफ होने के 10 से 14 सेकंड के भीतर उन्होंने दोनों स्विच को वापस “RUN” पोजिशन में कर दिया. हालांकि, विमान को बचाना संभव नहीं था क्योंकि उनके पास न तो पर्याप्त समय था और न ही ऊंचाई. जेट इंजन को दोबारा शुरू होने में कुछ मिनट और ज्यादा ऊंचाई की जरूरत होती है.
अब आगे क्या होगा?
यह प्रारंभिक रिपोर्ट है. इसमें जो निष्कर्ष सामने आए हैं, वे आगे चलकर बदल सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि जांच के दौरान और भी साक्ष्य सामने आ सकते हैं. AAIB ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह जानकारी प्रारंभिक है और इसमें बदलाव हो सकता है. दुर्घटना के संभावित कारणों को निर्धारित करने वाली अंतिम रिपोर्ट आने में वक्त लग सकता है.