Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा का जवाब दिया. शाह ने कहा कि हमारी सरकार आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. उन्होंने कहा कि बीते 10 सालों में देश की सुरक्षा और मजबूत हुई है. सरकार हर चुनौती से निपट रही है. आतंकवाद, नक्सलवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमने जम्मू कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया, जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया. राज्य सभा में अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद 31 मार्च 2026 खत्म हो जाएगा. आकर्षक औद्योगिक नीति के कारण जम्मू कश्मीर में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, 1.1 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए.
पाकिस्तान में घुसकर किया सर्जिकल स्ट्राइक
राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वो सबसे पहले कश्मीर के बारे में बोलेंगे. शाह ने कहा कि पड़ोसी देश से आतंकवादी कश्मीर में घुस आते थे, वे यहां बम विस्फोट और हत्याएं करते थे. ऐसा कोई त्योहार नहीं था जो बिना किसी चिंता के मनाया जाता था. केंद्र सरकार का रवैया लचीला था. वे चुप रहते थे और बोलने से डरते थे. उन्हें अपने वोट बैंक की चिंता थी. पीएम नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद हमने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई. हमारे सत्ता में आने के बाद भी उरी और पुलवामा पर हमले हुए. 10 दिनों के भीतर, हमने पाकिस्तान में घुसकर उन्हें एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए जवाब दिया. आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति वहीं से शुरू हुई.
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई तो हमें 2014 से पहले की कई विरासतें मिलीं. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और विकास को हमेशा तीन मुख्य मुद्दों के कारण चुनौती मिलती रही. ये तीन मुद्दे पूर्वोत्तर में उग्रवाद, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद जो तिरुपति से पशुपतिनाथ तक का सपना देखता था. इन तीन मुद्दों ने देश की शांति में बाधा डाली, देश की सुरक्षा पर सवाल उठाए और लगभग 4 दशकों तक देश के विकास की गति को बाधित किया. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सरकार आने के बाद इन मुद्दों को सुनियोजित तरीके से खत्म करने के प्रयास किए गए.
खास बातें:
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा
- नरेंद्र मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमलों का 10 दिन के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमलों से पाकिस्तान को जवाब दिया.
- जम्मू कश्मीर में 2019-24 के दौरान 40,000 सरकारी नौकरियां दी गईं.
- मोदी सरकार के दौरान जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में होने वाली मौतों में 70 प्रतिशत की कमी आयी.
- जम्मू कश्मीर में आतंकवाद, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और वामपंथी उग्रवाद तीन नासूर थे जो देश के विकास को बाधित कर रहे थे.
- कश्मीर में सिनेमा हॉल अब शाम में भी खुले रहते हैं. जी 20 की बैठक हुई, मुहर्रम का जुलूस भी निकला.
- संविधान की धारा 370 को हटा कर मोदी सरकार ने संविधान निर्माताओं के ‘एक संविधान, एक ध्वज’ सपने को पूरा किया.
- नरेंद्र मोदी सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की रही है.
जहां मारे जाते है आतंकी वहीं उन्हें दफना दिया जाता है- अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि सदन ने पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया. उन्होंने कहा “हमारे संविधान निर्माताओं का वह स्वप्न कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं होंगे. पांच-छह अगस्त 2019 को एक प्रधान, एक विधान और एक निशान कायम हुआ.” गृह मंत्री ने कहा कि विपक्ष के 33 साल के शासन में वहां रात के समय सिनेमा हॉल नहीं खुलते थे किंतु आज वे खुल रहे हैं. उन्होंने कहा कि 34 साल बाद वहां ताजिये के जुलूस की अनुमति दी गयी. शाह ने कहा कि पहले आतंकवादियों के मारे जाने पर बड़े-बड़े जुलूस निकलते थे किंतु आज कोई जुलूस नहीं निकलता और आतंकवादी जहां मारे जाते हैं, उनको वहीं दफना दिया जाता है.