Shoot at Sight: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में बढ़ते संप्नदायिक तनाव को देखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. सरमा ने बांग्लादेश की सीमा से सटे धुबरी जिले में उपद्रवियों के दिखने पर शूट एट साइट आदेश दिया है. मुख्यमंत्री का कहना है कि सीमा के पास एक सांप्रदायिक समूह राज्य में अशांति और हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा है. किसी भी स्थिति में सरकार इस हरकत को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया है कि यदि रात के समय कोई उपद्रवी इलाके के आस-पास पकड़ा जाता है तो उसे उसी जगह पर गोली मार दी जाए.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रविवार को धुबरी जिले के एक मंदिर के पास मांस का टुकड़ा गिरा हुआ मिला था, जिससे धर्म विशेष समुदाय के लोगों का गुस्सा भड़क गया. लोगों ने सड़कों पर उतरकर अन्य धर्म विशेष समुदाय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. जिसके बाद 13 जून को मुख्यमंत्री इलाके का दौरा करने पहुंचे. उन्होंने लोगों से शांति अपील की है. इसके साथ लोगों को सख्त कार्रवाई का आश्वासन देते हुए उन्होंने जिले में सीआरपीएफ के जवानों को तैनात करने की बात कही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
सरमा ने घटना के बारे में बात करते हुए कहा की ‘7 जून, यानी बकरीद के अगले ही दिन, हनुमान मंदिर के सामने एक गाय का कटा हुआ सिर मिला था. इस घटना ने लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाया है’. सरमा ने दोनों धर्म विशेष समुदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. इसके अलावा सीएम ने इस घटना पर बात करते हुए कहा है कि नबीन बांग्ला नाम के एक संगठन ने बकरिद के अगले ही दिन धुबरी में एक भड़काऊ पोस्टर भी लगाया था, जिसमें धुबरी को बांग्लादेश में शामिल करने की बात कही गई थी.
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