Watch Video : असम में बाढ़ की स्थिति सोमवार को भी गंभीर बनी रही. 22 जिलों में 5.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गयी. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, राज्य में 15 नदियां उफान पर हैं. बाढ़ का भयावह वीडियो सामने आया है जो काफी डरावना है. इसमें नजर आ रहा कि पानी में लोगों के घर डूब गए हैं. वहां पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. देखें वीडियो.
VIDEO | Assam: Rescue effort is underway as severe floods hit Sribhumi district following heavy rainfall.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 3, 2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/A5DeuREbH1
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक लखीमपुर जिले का दौरा किया और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा है कि असम के अधिकतर स्थानों पर मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है. राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण सड़क मार्ग, रेल परिवहन और नौका सेवाएं प्रभावित रहीं.

1,254 गांवों के 5,15,039 लोग बाढ़ से प्रभावित
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन में कहा गया है कि 22 जिलों के 65 राजस्व क्षेत्रों और 1,254 गांवों के 5,15,039 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. सबसे अधिक प्रभावित जिला श्रीभूमि है, जहां 1,94,172 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, इसके बाद कछार जिले में 77,961 लोग और नगांव में 67,880 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. पिछले 24 घंटों में, होजाई जिले के डोबोका राजस्व क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत होने की खबर है, जिससे बारिश के दौरान बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 पहुंच गई हैं. हैलाकांडी और डिब्रूगढ़ के एक-एक, यानी कुल दो लोग लापता बताए जा रहे हैं. यहां 165 राहत शिविर में 31,212 विस्थापित लोगों को आश्रय दिया गया है, जबकि 157 राहत वितरण केंद्र भी कार्यरत हैं.

12,610 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न
पिछले 24 घंटों में 12,610 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गईं है, जबकि 94 जानवर बह गए हैं. एएसडीएमए बुलेटिन में कहा गया है कि तीन तटबंध टूट गए हैं और दो अन्य क्षतिग्रस्त या प्रभावित हुए हैं, इसके अलावा सड़क, पुल, मकान, बिजली के खंभे आदि अन्य बुनियादी अवसंरचना को भी नुकसान पहुंचा है.