BJP New President: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया को लेकर सियासी कवायद तेज़ कर दी है. मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए पार्टी ने संगठनात्मक चुनावों को प्राथमिकता दी है. इसके तहत 19 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरा करना अनिवार्य है, जिसमें अब तक 14 राज्यों में प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि शेष राज्यों में कसरत जारी है.
सोमवार को चार राज्यों में नामांकन, मंगलवार को ऐलान संभव
बीजेपी के संगठनात्मक चुनावों की दिशा में 1 जुलाई को महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल और तेलंगाना में नए प्रदेश अध्यक्षों के नामांकन भरे जाएंगे. इन राज्यों में मंगलवार को प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा संभव है. इसके साथ ही बीजेपी की कोशिश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे (3 जुलाई से) से पहले ज़्यादातर नियुक्तियाँ पूरी कर ली जाएं.
यूपी प्रदेश अध्यक्ष बना रोड़ा
बीजेपी की सबसे बड़ी चुनौती उत्तर प्रदेश में सामने आई है. मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और नए चेहरे की तलाश अभी भी अधूरी है. पार्टी की रणनीति है कि संगठन की कमान ओबीसी या दलित वर्ग के नेता को दी जाए, ताकि 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले सामाजिक संतुलन साधा जा सके.
उत्तर प्रदेश में सत्ता पक्ष यानी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (ठाकुर जाति) और भाजपा नेतृत्व चाहता है कि संगठन में सामाजिक विविधता दिखाई दे. हाल के लोकसभा चुनावों में ओबीसी और दलित वोट बैंक में सेंध लगने के बाद पार्टी इस वर्ग को फिर से साधने की रणनीति बना रही है. लेकिन किस जातीय समूह को प्राथमिकता दी जाए—इस पर सहमति नहीं बन पा रही है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव पर टल सकता है फैसला
बीजेपी के संविधान के मुताबिक, तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो सकता जब तक कि कम से कम 19 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव न हो जाएं. अब तक 14 राज्यों में चुनाव हो चुके हैं और 5 अन्य में प्रक्रिया शेष है. इसलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी तब तक रुका रहेगा जब तक उत्तर प्रदेश जैसे अहम राज्य में प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया जाता.
पीएम मोदी के दौरे से पहले फैसले की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार से पांच देशों की आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हो रहे हैं. इससे पहले संघ की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की बैठक के दौरान अधिकतर राज्यों में अध्यक्ष पद पर सहमति बनाने की कोशिश हो रही है. यदि इस समय तक फैसले नहीं हुए, तो पार्टी का अध्यक्ष चुनाव बिहार विधानसभा चुनाव (अक्टूबर-नवंबर) तक टल सकता है.